मेक्सिको में आए सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 58 लोगों की जान चली गई। 8.2 की तीव्रता के इस शक्तिशाली भूकंप से काफी तबाही मची है। मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने तो इस भूकंप को देश में शताब्दी के सबसे बड़े ज़लज़लों में से एक बताया है। मेक्सिको के कृषि सचिव जोस कालजाडे ने कहा कि ओक्साका प्रांत में 25 लोग मारे गए।
खबरों की माने तो मिलेनियो को आपातकालीन आपदा एजेंसी के महानिदेशक ल्यूस फेलिप प्यूंटे ने बताया, “मकान ढहे हैं और उसके मलबे में लोग दबे हुए हैं।” मेक्सिको की भूकंप संबंधी सेवा ने कहा कि भूकंप दक्षिणी चियापास राज्य के तटीय शहर तोनाला से करीब 100 किलोमीटर दूर प्रशांत सागर के अपतटीय इलाके में तकरीबन रात 11 बजकर 49 मिनट पर आया।
भूकंप इतना शक्तिशाली था कि उसने अपने केंद्र से करीब 800 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित मेक्सिको सिटी में भी घरों और इमारतों को हिला दिया और लोग बाहर भागने लगे। 64 साल के एक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि ये उसके लिए बेहद चौंकाने वाला पल था, क्योंकि उसने बिल्डिंगों को हिलते हुए देखा था। चश्मदीदों की माने तो कही छत गिरी, तो कही बिल्डिंग दो हिस्सों में बंट गई, इतना ही नहीं मेक्सिको एयरपोर्ट की खिड़कियों के शीशे तक टूट गए।
तेज भूकंप के 4 घंटे बाद तक भी लोगों ने तेज झटके महसूस किए।प्रशासन के मुताबिक अगले चार घंटे तक 4.0 तीव्रता वाले 20 से ज्यादा झटके महसूस किए गए।
बता दें कि मेक्सिको 5 टैक्टोनिक प्लेट के ऊपर बसा हुआ है, जिससे वह दुनिया के उन देशों में शुमार है, जहां भूकंप का खतरा ज्यादा होता है। गौरतलब है कि सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने अलर्ट जारी किया है। सेंटर के मुताबिक, कोस्टल इलाकों में तीन घंटे के अंदर सुनामी की लहरें उठ सकती हैं। सेंटर के मुताबिक, मेक्सिको, ग्वाटेमाला, पनामा, अल सल्वाडोर, कोस्टारिका, निकारागुआ, होंडूरास और इक्वाडोर के कोस्ट पर सुनामी आने की संभावना है।