भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि अभी उनके अंदर कम से कम 8 से 10 साल का क्रिकेट बचा है। उन्होंने उम्मीद उम्मीद जताई कि अगर वे अपनी फिटनेस और कड़ी ट्रेनिंग पर कायम रहते हैं तो वे आगे आने वाले 10 साल तक लगातार खेल सकते हैं। कोहली ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के सफलता का राज उसका फिटनेस होता है और फिटनेस के लिए लगातार कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
कोहली ने कहा, “लगातार प्रदर्शन में सुधार में कुछ भी छिपी हुई चीज नहीं है। काफी सारे लोगों को तो यह पता भी नहीं है कि हम रोजाना कितनी मेहनत करते हैं। मैंने कभी नहीं देखा कि थकान होने के बावजूद 70 फीसदी ट्रेनिंग करने के बाद कोई खिलाड़ी बीच में ही कह दे कि बस अब मेरा काम पूरा हो गया। हम काम पूरा करने के लिए पूरा जोर लगाते हैं।”
भारतीय कप्तान कप्तान विराट ने कहा, ‘हम शुरुआत करने से पहले ही अपनी सीमाएं तय कर लेते हैं, जबकि हमें सीमाएं नहीं तय करनी चाहिए। आपको हर दिन का पूरा उपयोग करना चाहिए और लगातार मेहनत करनी चाहिए।’
अपने बारे में बोलते हुए कोहली ने कहा, ‘मैं भी यही करने का प्रयास करता हूं। मेरे अंदर अच्छा प्रदर्शन करने की भूख कभी खत्म नहीं होती। मैं अंतिम समय तक प्रदर्शन करना चाहता हूं। मेरे अंदर 8 साल या अगर मैं कड़ी ट्रेनिंग करता हूं तो 10 साल का खेल बचा है।’ कोहली ने कहा कि मैं रोज नई शुरूआत करता हूं और छोटी चीजें भी मेरे लिए काफी मायने रखती हैं।
Never stop working hard. 💪Make everyday count! 💯✌ pic.twitter.com/EVYp2mx6L2
— Virat Kohli (@imVkohli) August 28, 2017
उन्होंने आज कल के बच्चों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज कल के बच्चे घर से बाहर ही निकलते और मोबाइल-गैजेट्स पर लगे रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे समय में गैजेट्स नहीं होते थे. आजकल तो लोग आईफोन और आईपैड पर व्यस्त हैं. हमारे समय में अगर किसी के पास अच्छा विडियो गेम होता था तो हम उसके घर जाकर उसे खेलने की योजनाएं बनाते थे। मैंने अपना बचपन सड़क और मैदान पर अलग-अलग खेल खेलते हुए बिताया है।’ कोहली ने युवाओं से घर से बाहर निकलकर किसी ना किसी खेल से जुड़ने की अपील की।
कोहली आरपी-एसजी इंडियन स्पोर्ट्स ग्रुप के एक कार्यक्रम में आए हुए थे। इस कार्यक्रम में भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद भी बैठे थे। कोहली ने गोपीचंद की ऑल इंग्लैंड बैंडमिंटन चैंपियनशिप में मिली जीत को याद किया। उन्होंने कहा कि ‘ मुझे अभी भी याद है कि मैंने अपने दोस्तों के साथ गोपी सर का ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का वो मैच देखा था जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी। मेरा एक दोस्त था जो कि राज्य स्तर का बैडमिंटन खिलाड़ी था। हम सबने उसके साथ बैठकर मैच देखा।’ कोहली ने कहा कि’ गोपी सर ने जो कुछ भी हासिल किया है उस पर हम सब को गर्व है। वे अब देश को विश्व स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी दे रहे हैं।
आपको बता दें कि कोहली का यह बयान काफी महत्वपूर्ण हैं। वे जिस तरह के फॉर्म में हैं अगर वे 10 साल तक और खेलेंगे तो वे आसानी से क्रिकेट गॉड सचिन तेंडुलकर के 49 शतक और सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। कोहली ने हाल ही में श्रीलंका दौरे पर दो शतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग के 30 शतक की बराबरी किया है। वह अब एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।