Dwarka Expressway: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेसवे निरीक्षण किया और यह बताया कि यह परियोजना तीन से चार महीने में पूरी हो जाएगा। देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक की समस्या कम हो जाएगी। गडकरी ने बताया कि यह परियोजना की कुल लागत 9000 करोड़ रुपये है। एक्सप्रेसवे के निरीक्षण के दौरान उनके साथ दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना, केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह और राव इंद्रजीत सिंह, सांसद परवेश सिंह वर्मा सहित अन्य लोग भी मौजूद रहेंगे।

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि 29.6 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे का कार्य 75% -90% पूरा हो गया है और तीन-चार महीनों में समाप्त होने की संभावना है। इस एक्सप्रेसवे के निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि पूरा एक्सप्रेसवे इस साल दिसंबर से पहले खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम इसे कुछ महीने पहले पूरा करने की कोशिश करेंगे,” उन्होंने कहा कि यात्रियों को राहत देने के लिए सरकार एक्सप्रेसवे को कुछ हिस्सों में खोल सकती है।
Dwarka Expressway: एक्सप्रेसवे में क्या है खास
Dwarka Expressway: द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला एलिवेटेड 8 लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे है जो की 29 किलोमीटर लंबा है। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा में 18.9 किमी सिंगल पिलर पर 34 मीटर चौड़ा और दिल्ली में 10.1 किमी लंबा है।

Dwarka Expressway: इस एक्सप्रेसवे पर टोल संग्रह का काम पूरी तहर से स्वचालित है और इसका रोड नेटवर्क चार स्तर का है। जिसमें टनल, अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर बन रहा है। इससे हरियाणा और पश्चिम दिल्ली के लोगों की आईजीटी हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी अच्छी होगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद द्वारका से आईजीआई हवाई अड्डे तक आने जाने में सिर्फ पांच मिनट का वक्त लगेगा और इससे गुड़गांव के लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी।
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