लोकपाल और लोकाकायुक्त की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे अन्ना हजारे का अनशन जारी है। 30 जनवरी से अन्ना अपने गांव रालेगन सिद्दी में केंद्र सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं। 81 वर्षीय हजारे की सेहत लगातार बिगड़ रही है। पिछले 7 दिनों में अन्ना हजारे का 5 किलोग्राम वजन कम हो गया है।
#Maharashtra के सीएम देवेंद्र फणनवीस, केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने रालेगण सिद्धि में #AnnaHazare से मुलाकात की। अन्ना हजारे 30 जनवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। pic.twitter.com/nFmlVKwxwl
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) February 5, 2019
आज रालेगण सिद्धि में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे से मंगलवार को कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री सुभाष भामरे मुलाकात की। अनशन के दिन से अन्ना ने आज पहली बार किसी नेता ने मुलाकात की है। तीनों नेताओं ने यहां अन्ना से मुलाकात की और अनशन पर लंबी बात की।
बता दें कि अन्ना के अनशन पर बैठने से ठीक पहले महाराष्ट्र सरकार ने लोकायुक्त की नियुक्ति की थी, जिसपर अन्ना हजारे ने सहमति जताई थी। हालांकि, अन्ना स्वामीनाथन आयोग पर सरकार के साथ सहमत नहीं हुए हैं। सूत्रों की मानें तो अगर बातचीत सफल रही, तो अन्ना हजारे आज ही अपना अनशन तोड़ सकते हैं।
इससे पहले सोमवार को भी अन्ना हजारे ने मीडिया से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा था। अन्ना हजारे ने कहा कि ‘भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनाव जीतने के लिए उनका इस्तेमाल किया।’ इसके अलावा अन्ना ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वह अपना पद्म पुरस्कार वापस लौटा दूंगा।
गौरतलब है कि अन्ना हजारे की मांग है कि केंद्र में लोकपाल और महाराष्ट्र में लोकायुक्त तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। अन्ना ने कहा था कि अगर लोकपाल लागू होता तो राफेल जैसा घोटाला नहीं हो पाता।