कोरोना मामले देश में अब कम हो रहे हैं। राज्य पूरी तरह से अनलॉक की तरफ बढ़ रहे हैं। वहीं पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश में स्कूल खुल चुके हैं। इसी कड़ी में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी स्कूलों को खोलने का ऐलान कर दिया है।

आज दिल्‍ली आपदा प्रबंधन विभाग ने बैठक में स्‍कूलों को अलग अलग चरणों में खोलने का फैसला किया है। उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की है कि कक्षा 9 से 12 के स्‍कूल 01 सितंबर से खुले जाएंगे।

इसके साथ ही उनके कोचिंग क्‍लासेज भी खोलने की अनुमति होगी। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली के सभी स्‍कूल एवं कॉलेज को फिर से खोलने की अनुमति होगी।

दिल्‍ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि, स्‍कूल में सोशल दूरी का कड़ाई के साथ पालन किया जाएगा। साथ ही किसी भी छात्र को स्‍कूल आने के लिए बाध्‍य नहीं किया जाएगा। छात्र के स्‍कूल आने के लिए उनके अभिभावक से अनुमति लेनी होगी। यदि अभिभावक अपने बच्‍चे को स्‍कूल भेजने के लिए स्‍वीकृति नहीं देते हैं तो उस बच्‍चे को जबरदस्‍ती स्‍कूल नहीं बुलाया जाएगा और ना ही उसे अनुपस्थित माना जाएगा।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट में दिल्ली सरकार को सुझाव दिया था कि, स्कूलों को कई चरणों में खोला जा सकता है। इससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है। पहले चरण में सीनियर कक्षाओं के लिए स्‍कूल खुलेंगे और दूसरे फेज़ में कक्षा 6 से 8 के लिए स्‍कूल खुलेंगे। प्राथमिक कक्षाओं के स्‍कूल तीसरे फेज़ में खोले जाएं।

बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने पहले ही कहा था कि हम दिल्ली में स्कूलों को जल्द खोलने का प्रयास करेंगे। इस मुद्दे को लेकर जानकारों से विचार विमर्श चल रहा है। उन्‍होंने कहा था, “उन राज्यों का मिल-जुला अनुभव रहा है जिन्होंने स्कूलों को फिर से खोल दिया है। हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जल्‍द फैसला लेंगे।”

दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल ने 6 अगस्त को स्कूलों को खोलने के लिए एक विशेष पैनल को गठित करने के लिए कहा था।

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