
दिल्ली पुलिस ने राजधानी के 400 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस मामले में एक बच्चे की पहचान हुई है, जिसने अपने लैपटॉप और मोबाइल का उपयोग कर धमकी भरे मेल भेजे। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि इस बच्चे के पिता एक ऐसे एनजीओ से जुड़े हैं, जो आतंकी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ मुखर रहा है।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) मधुप तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 फरवरी 2024 से लगातार स्कूलों को फर्जी बम धमकियों वाले ई-मेल मिल रहे थे। इन मेल्स की जांच के दौरान पुलिस को सुराग नहीं मिल पा रहा था, क्योंकि मेल्स एडवांस तकनीकों और वीपीएन के जरिए भेजे जा रहे थे। हाल ही में 8 जनवरी 2025 को आए मेल के बाद बच्चे की पहचान संभव हो पाई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस इस कृत्य के पीछे किसी बड़ी साजिश और राजनीतिक जुड़ाव की संभावना की भी जांच कर रही है। अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ मुखर रहने वाले एनजीओ से बच्चे के पिता के जुड़े होने के चलते इस मामले में आतंकी एंगल की जांच भी जारी है।
जांच के मुख्य पहलू
- 14 फरवरी 2024 से 8 जनवरी 2025 तक 400 से ज्यादा धमकी भरे मेल स्कूलों को भेजे गए।
- मेल्स में एडवांस तकनीकों का इस्तेमाल हुआ, जिससे जांच में बाधा आई।
- बच्चे के लैपटॉप और मोबाइल की फॉरेंसिक जांच के जरिए धमकी की पुष्टि हुई।
- पिता का एनजीओ राजनीतिक पार्टी से जुड़ा और अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ सक्रिय रहा है।
- पुलिस ने इस घटना को बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा पर प्रभाव डालने वाला कृत्य करार दिया है। वहीं, बड़े पैमाने पर जांच जारी है ताकि मामले से जुड़े अन्य पहलुओं और संभावित साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।