दो शादियों के टूटने के बाद नई शुरुआत की राह पर दलजीत कौर, अकेले संभाल रहीं बेटे की परवरिश

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दो शादियों के टूटने के बाद नई शुरुआत की राह पर दलजीत कौर
दो शादियों के टूटने के बाद नई शुरुआत की राह पर दलजीत कौर

टीवी इंडस्ट्री की कई जानी-मानी अदाकाराएं जैसे श्वेता तिवारी, जूही परमार, उर्वशी ढोलकिया और चाहत खन्ना अपनी निजी ज़िंदगी में संघर्षों से गुजरने के बाद अब अकेले ही अपने बच्चों की परवरिश कर रही हैं। इस फेहरिस्त में एक्ट्रेस दलजीत कौर का नाम भी शामिल है, जिन्होंने दो बार वैवाहिक जीवन में असफलता का सामना करने के बावजूद हार नहीं मानी और अब अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर रही हैं।

भावनात्मक संघर्ष के बाद फिटनेस को बनाया सहारा

दलजीत ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी फिटनेस जर्नी की झलक दिखाई है। इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक वीडियो में वह जिम में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करती नजर आईं। वीडियो में वह खासतौर पर पीठ और पैरों की कसरत पर ध्यान देती दिखाई दीं। एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि पिछले एक साल में वह भावनात्मक रूप से काफी उथल-पुथल से गुजरी हैं, जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ा।

वीडियो के साथ शेयर किए गए अपने संदेश में उन्होंने लिखा, “बीते साल में कई बार फिटनेस शुरू करने की कोशिश की लेकिन रोजमर्रा की चुनौतियों और तनाव ने पीछे खींच लिया। लेकिन अब मैंने खुद से वादा किया है — अब कोई बहाना नहीं चलेगा।”

खुद को भीतर से मजबूत बनाने का लिया संकल्प

दलजीत कौर ने आगे बताया कि उन्होंने एक एक्सपर्ट ट्रेनर को चुना है, जो हर व्यक्ति की जरूरत के हिसाब से डाइट और ट्रेनिंग प्लान तैयार करता है। उन्होंने लिखा, “यह अब सिर्फ शरीर को बदलने की बात नहीं है, बल्कि खुद को अंदर से बेहतर बनाने का भी समय है।”

उन्होंने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि वह इस सफर की हर छोटी-बड़ी बात अपने फैंस के साथ साझा करेंगी। उनके मुताबिक, “अब समय आ गया है जीवन को फिर से संवारने का।”

टूटी शादियों के बाद लिया अकेले रहने का फैसला

दलजीत की पहली शादी अभिनेता शालीन भनोट से हुई थी, जिनसे उनका बेटा जेडन है। दोनों की शादी 2009 में हुई थी और 2015 में तलाक हो गया। तलाक का कारण घरेलू हिंसा का आरोप बताया गया था।

इसके बाद उन्होंने मार्च 2023 में बिजनेसमैन निखिल पटेल से शादी की और उनके साथ रहने के लिए केन्या चली गईं। हालांकि यह रिश्ता भी ज्यादा समय नहीं चला और जनवरी 2024 में दलजीत अपने बेटे के साथ भारत लौट आईं।

एक सशक्त मां और महिला के रूप में नई पहचान

अब दलजीत न सिर्फ एक सिंगल मदर के रूप में अपने बेटे की परवरिश कर रही हैं, बल्कि खुद की शारीरिक और मानसिक मजबूती पर भी काम कर रही हैं। उनकी कहानी उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो निजी संघर्षों के बावजूद जीवन को एक नई दिशा देने का साहस रखती हैं।