चक्रवाती तूफान ‘गाजा’ तमिलनाडु के पम्बन और कडलोर के बीच तट से टकरा गया है। तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। अन्ना यूनिवर्सिटी ने अपनी सेमेस्टर परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। वहीं, टेक्नीकल डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाओं की तारीख 24 नवंबर तक बढ़ा दी गई है। राज्य के तंजवुर, त्रिरुवरूर, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, पुडुकोट्टाई में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चल सकती है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन ने अपनी तैयारियां कर रखी हैं।

प्रशासन ने राहत एवं बचाव टीम को अलर्ट पर रखा था। तमिलनाडु सरकार पहले ही 30,500 बचावकर्मी तैनात करने की घोषणा कर चुकी है नागपट्टनम जिले में अब तक 1313 लोगों को राहत केंद्रों में भेज दिया गया। इसके साथ ही निचले इलाके में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।

वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री ई.के पलानीस्वामी से गाजा के कारण हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली है।

मछुआरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन टीमें तंजौर, चार टीमें पुडुकोट्टाई, पांच टीमें नागपट्टिनम (दक्षिण), दो टीमें नागपट्टिनम और एक टीम तिरुवरूर भेजी गई हैं।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के पलानीस्वामी ने बताया है कि गाजा की वजह से राज्य में 11 लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है। नागपट्टिनम जिले से भयंकर तबाही की रिपोर्ट आई है। उन्होंने बताया कि 81,948 लोगों को 471 सरकारी राहत केंद्रों में पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया है कि वह प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।

तमिलनाडु के नागपट्टनम जिले में देर रात भारी बारिश हुई और तेज हवाओं के बाद कई पेड़ क्षत्रिग्रस्त हो गए, एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में लगी हुई है। तमिलनाडु में एनडीआरएफ की नौ और पुडुचेरी में दो टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं। इसके अलावा 31 हजार बचाव कर्मियों और एसडीआरएफ को भी स्टैंडबाय पर रखा है, ताकि आपात स्थिति में उनकी मदद ली जा सके।