गाय का दूध निकालकर उसे आवारा छोड़ देने वाले गाय मालिकों की अब खैर नहीं। मध्यप्रदेश सरकार ऐसे गाय मालिकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, नए नियमों के मुताबिक सरकार गाय को आवारा छोड़ने वाले उसके मालिकों के खिलाफ जुर्माना दोगुना करने की तैयारी में है। अभी तक जो जुर्माना ढाई सौ रुपए था उसे पांच सौ रुपए करने की तैयारी है। इसके साथ ही गाय को दोबारा आवारा छोड़ने वाले गाय मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी तैयारी है।
बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें गौमाता मध्य प्रदेश की सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए। उनके लिए प्रदेश के हर जिले में जल्द से जल्द गौशालाओं का निर्माण हो और उन्हें वहां रखा जाए।
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने ‘वचन पत्र’ में कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर वह हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलेगी और इसके संचालन हेतु अनुदान देगी।
इस बीच राज्य के पशुपालन मंत्री डॉ. लाखन सिंह यादव ने बताया कि लावारिस गोवंश को गौशालाओं में रखा जाएगा। इससे गाय व बैल सड़कों पर नहीं घूमेंगे। पायलट प्रोजेक्ट 16 जनवरी से प्रदेश की राजधानी भोपाल से शुरू होगी और पांच हजार से अधिक लावारिस गोवंश को शहर के बाहरी इलाकों में स्थित गौशालाओं में रखा जाएगा।