राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के बीच बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गयी है। नये फॉमूर्ले के तहत भाजपा और जदयू 17-17 सीटों पर तथा लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवन को राजग के प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा के लिए किसी भी राज्य से होने वाले अगले चुनाव में उच्च सदन में भेजा जायेगा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और पासवान ने यहां तीनों दलों की बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी दी। इस मौके पर भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान भी मौजूद थे।
शाह ने कहा “लंबी चर्चा के बाद तय हुआ है कि अगले लोकसभा चुनाव मे भाजपा और जदयू बिहार की 17-17 सीटों पर तथा लोजपा छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा जिस भी राज्य से अगला राज्यसभा चुनाव होगा वहां पासवान राजग के उम्मीदवार होंगे।” उन्होंने बताया कि बिहार की जमीनी हकीकत, राजनीतिक स्थिति और राजग के प्रारूप को देखते हुये यह फैसला किया गया है।
भाजपा प्रमुख ने भरोसा जताया कि आगामी चुनाव में बिहार में राजग को 2014 की तुलना में ज्यादा सीटें मिलेंगी। उन्होंने बताया कि कौन सी सीट से कौन सी पार्टी लड़ेगी इसका फैसला आने वाले दिनों में तीनों दल मिलकर करेंगे। राजग के साझे चुनाव प्रचार अभियान के लिए कुमार, पासवान और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मिलकर एक खांचा तैयार किया है। हम बिहार की जनता के सामने अपना राजनीतिक एजेंडा लेकर जायेंगे।
भाजपा और जदूय के बीच बिहार में बराबर सीटों पर लड़ने को लेकर अक्टूबर में ही सहमति बन गयी थी। उस समय श्री शाह ने कहा था कि अन्य सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे पर आगे बात की जायेगी तथा उसके बाद सीटों की संख्या तय की जायेगी। इस बीच तत्कालीन फॉर्मूले को लेकर असंतुष्ट राष्ट्रीय लोक समता पार्टी राजग से अलग होकर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में शामिल गयी। श्री चिराग पासवान के एक ट्वीट से लोजपा की भी नाराजगी सामने आयी जिसके दबाव में राजग को बचाने के लिए भाजपा को सीटों के बंटवारे का नया फॉर्मूला ढूंढ़ना पड़ा।
कुमार ने नये फॉर्मूले के बारे बताते हुये कहा “किस सीट पर कौन सी पार्टी चुनाव लड़ेगी, यह तय करने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। पिछली बार वर्ष 2009 में भाजपा और जदयू मिलकर बिहार में लोकसभा चुनाव लड़े थे और उस समय देश में राजग का प्रदर्शन चाहे जो भी रहा हो बिहार में उसे 40 में से 32 सीटें मिली थीं।” उन्होंने पासवान की प्रतिष्ठा का ध्यान रखने के लिए भाजपा को धन्यवाद दिया। पासवान ने लोजपा की नाराजगी की खबरों के बारे में कहा “मामला कुछ नहीं था। मोदी जी के नेतृत्व में राजग के पौधे को हमने पांच साल तक सींचा है। हम सभी सीटों पर कब्जा करेंगे।”
–साभार, ईएनसी टाईम्स