उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों का भविष्य सवारने के लिये सबको सहभागी बनने का आहृवान किया है। सीएम योगी ने सोमवार को यहां अपने आवास पर बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। उन्होने कहा कि बच्चों को होने वाली खसरा, रुबेला जैसी बिमारियों से प्रदेश को मुक्त कराने में सभी को सहयोग करना होगा। उन्होने लोगों से टीकाकरण जैसे पवित्र अभियान के साथ जुड़ने का आहृवान करते हुये कहा कि बच्चों का भविष्य सवारने के लिये सबको सहभागी बनना होगा। प्रदेश के 38 जिलों में जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) जैसी बीमारी के खिलाफ अभियान में चलाया गया था जिसमें एक हद तक सफलता मिली है।
आज लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर खसरा-रूबेला (एमआर) टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है। इस अभियान का प्रतिभागी होना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। pic.twitter.com/4gLP3DM9ET
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 26, 2018
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में आज से टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी। इसमें नौ माह से 15 साल के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। सभी लोग इस अभियान में सहयोग करें। खसरा, रुबेला से प्रदेश को मुक्त करेंगे। सभी विभाग मिलकर टीम वर्क की भावना के साथ काम करें। उन्होने कहा कि हमें बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाना होगा। केंद्र के साथ राज्य सरकार भी इसके लिए हर स्तर पर प्रयासरत हैं। खसरा तथा रूबेला से बचाव के लिए उन सभी विभागों की सहभागिता ही कार्यक्रम की सफलता तय करेगी। इसके लिए बेसिक माध्यमिक शिक्षा, महिला बाल विकास और अन्य विभाग को साथ आना होगा। इस अभियान में शिक्षा की भी बड़ी भूमिका होगी। इससे बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना पड़ेगा। प्रदेश के हर गांव में जागरूकता की जरूरत है। सबको एक दूसरे से मिलकर स्वास्थ्य संबंधी समस्यायों का निराकरण करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोलियो के बाद अब खतरा तथा रूबेला टीकाकरण का यह अभियान देश का सबसे बड़ा अभियान है। 41 करोड़ बच्चे इस अभियान का हिस्सा बनेंगे। हमने एक अभियान चलाकर पोलियो का उन्मूलन करने में सफलता पायी। सभी विभागों को मिलकर इस अभियान में हिस्सा लेना होगा।
#UPCM श्री #YogiAdityanath जी ने अपने सरकारी आवास, लखनऊ में ‘मीजिलस रूबेला टीकाकरण’ अभियान का शुभारंभ किया एवं आयोजित कार्यक्रम में अपने सुविचार भी व्यक्त किये। pic.twitter.com/NbGANdgBcV
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 26, 2018
योगी ने कहा कि गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जापानी इंसेफलाइटिस से प्रभावित 500 से 600 बच्चे प्रतिवर्ष भर्ती होते थे जिसमें से 150 से 200 बच्चों की मृत्यु हो जाती थी। इस वर्ष केवल 86 बच्चे भर्ती हुए, मात्र छह बच्चों की मौत हुई है। किसी भी बीमारी से जन धन की हानि होती हैक। यह अभियान सामुहिकता का अभियान बनना चाहिए। प्रदेश के 38 जिलों में इंसेफलाइटिस उन्मूलन अभियान में सफलता प्राप्त की। इस मौके पर बाल एवं महिला तथा परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि खसरा तथा रूबेला दोनों विषाणु जनित बीमारिया हैं। अगर इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम नही उठाते तो बड़ी आबादी इसकी चपेट में आती है। इस देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में हम सबको सहभागी बनना है। आज हम एक पवित्र अभियान के साथ जुड़े हैं। इस वैक्सीन से कोई खतरा नहीं है। इस अभियान के जरिये बच्चों को मृत्यु से बचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खसरा तथा रूबेला से मुक्त करने का यह अभियान पांच सप्ताह तक चलेगा। इस अभियान में शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य कल्याण विभाग की अहम् भूमिका रहेगी। इसके साथ ही इसके टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी सम्बंधित विभागों को भी सहभागी बनना पड़ेगा। मीजिलस-रूवेला टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है। 41 करोड़ बच्चों को इस अभियान का हिस्सा बनाना है। अभियान का प्रतिभागी होना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। दोनों विषाणु जनित बीमारिया हैं अगर इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम नही उठाना है। इस वैक्सीन से कोई खतरा नहीं है, इस अभियान के जरिये बच्चों को मृत्यु से बचाया जाएगा।
-साभार, ईएनसी टाईम्स