राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जेड+ सुरक्षा में कमी पर जहां पूरा लालू कुनबा आग बबूला हो उठा है वहीं अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस पर तल्ख टिप्पणी की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल इसे लेकर एक ट्वीट किया जिस में उन्होंने बिना किसी का नाम लिए तंज कसा। नीतीश कुमार ने कहा, “राज्य सरकार द्वारा जेड प्लस और एसएसजी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके बावजूद केंद्र सरकार से एनएसजी और सीआरपीएफ के सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है!”

दरअसल सोमवार को लालू प्रसाद ने अपनी सुरक्षा पर कटौती करे जाने पर कहा कहा था कि सुरक्षा कम करने के कारण यदि उनके साथ कोई अनहोनी होती है, तो सीएम और पीएम दोनों जिम्मेदार होंगे। इस ट्वीट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से कहा कि वह 12 साल से सीएम हैं, पर उनको आज तक जेड प्लस सुरक्षा नहीं है। उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ और एनएसजी भी नहीं है और न ही कभी इसकी तमन्ना की और इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।

जहां लालू इस कटौती तो केंद्र के द्वारा शत्रुपूर्ण मनसा से की जाने वाली हरकत बता रहे हैं  वहीं इस पर सीएम नीतीश ने कहा कि सुरक्षा में कटौती करना केन्द्र सरकार का मामला है।

सीएम नीतीश यहां भी नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि जब वह विधायक थे, तो उनके पास कोई सिक्योरिटी नहीं थी। सांसद बने तो सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी था। वहीं, एक समय सिर्फ उनको और लालू प्रसाद को विशेष सुरक्षा मुहैया कराने का नियम बना। मगर सुरक्षा मिली सिर्फ लालू जी को। उन्होंने तो कभी इसकी इच्छा भी जाहिर नहीं की। राज्य में तो सभी पूर्व मुख्यमंत्री को जेड प्लस की सुरक्षा है ही। सीआरपीएफ है, एसएसजी है। हालांकि मैं सीएम हूं, फिर भी जेड प्लस सुरक्षा नहीं है। सीएम ने कहा कि कोई अनहोनी होनी होगी तो कोई रोक सकता है क्या। पूर्व पीएम स्वर्गीय इंदिरा गांधी को तो उनके सुरक्षाकर्मी ने ही मार दिया था।

गौरतलब है कि बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी चीफ लालू की सुरक्षा हटाए जाने से तिलमिलाए उनके बड़े बेटे व बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पीएम मोदी के खिलाफ ही विवादित बयान दे डाला था। तेज प्रताप ने कहा था कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खाल उधड़वा देंगे। हालांकि लालू ने अपने बेटे के इस बयान का समर्थन नहीं किया और कहा कि उन्हें आगे से ऐसा बोलने से रोका है।