महिला एंव बाल विकास मंत्रालय की शुरू की गई योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को भी कुछ लोगों ने ठगी का धंधा बना दिया है। इस योजना के नाम पर करीबन पांच राज्यों में दो लाख लोगों से ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और बिहार राज्य शामिल हैं। महिला एंव बाल विकास मंत्रालय ने इस ठगी के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत मंत्रालय को दो लाख से ज्यादा फर्जी फॉर्म मिले हैं जिसे लोगों ने योजना में मिलने वाले पैसा का लाभ कमाने के लिए भरा था। महिला एंव बाल विकास मंत्रालय ने बात को स्पष्ट किया कि योजना के तहत किसी भी तरह के नकद प्रोत्साहन का प्रावधान नहीं किया गया है। मंत्रालय ने लोगों से भ्रम में आकर अपनी निजी जानकारी को साझा न करने की बात भी कही।
पांच राज्यों में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत नकद राशि दे रही है। जिनके घर में बेटियां है उनसे फॉर्म भरवाए जा रहे थे और फॉर्म के बदले पैसे लिए जा रहे हैं। फार्म में योजना के तहत 8 से 32 साल की लड़कियों को केंद्र सरकार 120 जिलों में दो-दो लाख रुपये देने का जिक्र किया गया है। यह फार्म भरकर केंद्र के बाल विकास मंत्रालय में भेजना है। योजना के फार्म पर प्रधान और उप प्रधान के हस्ताक्षर का कॉलम भी है। फॉर्म में लोगों की निजी जानकारी भी भरवाई जा रही थी। नकद राशि के लालच और भ्रम में आकर लोग ठगने वालों को मनमानी रकम अदा कर रहे थे। सरकार ने इस पूरे मामलें में सख्ती से कदम उठाते हुए सीबीआई जांच करवाने को कहा है।