प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में चुनावी रैली कर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 4 पीढ़ियों तक राज करने वालों को खुद हिसाब देना चाहिए, लेकिन 4 साल वालों से हिसाब मांग रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अजित जोगी के तीन साल और दिग्गी राजा के दो साल के कार्यकाल में 60 पर्सेंट वादे पूरे नहीं किए गए। चुनाव आते ही तमाम पिटारे खोल देते हैं। उन्हें मालूम है कि आने वाले तो हैं नहीं।

मोदी ने शशि थरूर के जरिये कांग्रेस लीडरशिप पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अब कहते हैं कि नेहरू के चलते चायवाला पीएम बन गया। यदि आप डेमोक्रेसी का इतना सम्मान करते हैं तो एक छोटा सा काम करिए। यदि आप दावा करते हैं कि पंडित नेहरू और संविधान में आपकी भूमिका के चलते एक चायवाला पीएम बना है तो फिर एक बार परिवार से बाहर के किसी शख्स को सिर्फ 5 साल के लिए कांग्रेस का अध्यक्ष बना दो।’

पीएम मोदी ने कहा कि वे 440 से 44 हो गए, लेकिन अब भी आंसू बहाते रहते हैं कि चायवाला बैठ गया, कैसे बैठ गया? उन्हें यह यकीन ही नहीं होता कि जो विरासत हमें अंग्रेजों ने दी थी, उस पर चायवाला कैसे बैठ गया। जब तक आप भारत के लोकतंत्र को नहीं समझेंगे, तब तक चायवाले को गालियां ही देंगे। चायवाला पीएम बन गया, इसके लिए वह देश के सवा सौ करोड़ लोगों को क्रेडिट नहीं देने को तैयार। लेकिन, यह उनकी अलोकतांत्रिकता है कि इसका श्रेय भी वह नेहरू को ही देते हैं।

निर्मल बाबा का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसा कि टीवी पर एक बाबा आते हैं, जो कहते हैं कि जलेबी खाओ। आप पर कृपा हो जाएगी। ऐसे ही बाबा कांग्रेस वाले बने हुए हैं। कहते हैं कि बस एक बार उंगली दबा दीजिए, कृपा हो जाएगी। कांग्रेस की 4 पीढ़ियों को देश ने परखा है। आप बताइए कि उनकी 4 पीढ़ियों ने क्या-क्या काम किया, इसका उन्हें जवाब देना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा, ‘गरीब का परिजन यदि बीमार हो जाए तो उसके पास सरकार के अलावा कोई सहारा नहीं होता है। यदि गांव में सड़क नहीं होगी तो विकास का लाभ कैसे पहुंचेगा। यह विकास तभी होता है, जब सरकार अपने पराये, गांव और शहर, मेरी-तेरी बिरादरी में भेदभाव न करे। इनमें से किसी भी तराजू पर आप देख लीजिए, एकमात्र बीजेपी है, जो बिना भेदभाव के विकास की राह पर चल रही है। सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है। हमें साथ भी सबका चाहिए और विकास भी सबका होना चाहिए।’

पीएम मोदी ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया। उससे पहले आंदोलन चले, गोलियां चलीं, माताओं बहनों पर गोलियां चलीं। पुरानी सरकार ने उत्तर प्रदेश बांटने के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी। लेकिन, अटल सरकार ने बिना गोलियां चलाए उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ बनाया। लेकिन, कांग्रेस ने तेलंगाना बनाया तो आंध्र प्रदेश के लोगों की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा गया। 18 साल पहले आप मध्य प्रदेश में थे, तब सीएम हुआ करते थे दिग्गी राजा। अब मैं क्या कहूं कि दिग्गी राजा छत्तीसगढ़ किस मकसद से आते थे।

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