Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्र का छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है। ऐसी मान्यता कहा जाता है कि इस दिन माता रानी को बेर के वृक्ष से फूल तोड़कर अर्पित करना चाहिए। चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। आज से ही बंगाली समाज का वसंत दुर्गा उत्सव भी शुरू हो रहा है। नई दिल्ली कालीबाड़ी समिति के सदस्य संजॉय मुखर्जी ने बताया कि आज से ही वसंत दुर्गा उत्सव शुरू हो जाएगा।
मां दुर्गा की विधिवत रूप से पूजा की जाएगी। दिल्ली के कालीबाड़ी मंदिर में दुर्गा जी झांकी सजाई जाएगी। यहीं पर पूजा की समाप्ति के बाद यानी 9 अप्रैल को भंडारा भी लगाया जाएगा। दुर्गा उत्सव का समापन 11 अप्रैल को महिलाओं के सिंदूर खेला पर आकर पूर्ण होगा।

Chaitra Navratri : देवी दुर्गा के शक्ति स्वरूप का पूजन

बंगाली पूजा समिति चितरंजन पार्क दिल्ली के शुभेंदु सरकार बताते हैं कि शक्ति रूप की अस्मिता और नारी जाति का सम्मान हमें बचपन से बताया गया है। देवी दुर्गा जी की पूजा भी इसी क्रम में है। देवी के सभी रूपों की इस मौके पर पूजा-अर्चना होती है। उनकी जोत जगाकर देवी स्तुति, दुर्गा कवच और वंदना के बाद आरती की जाती है। तत्पश्चात सभी को प्रसाद वितरित भी किया जाता है। मां की ममता और आशीश सृष्टि के हर प्राणी को मिलता है। मां के पूजा के लिए भव्य पंडाल बनाए गए हैं। शाम के समय यहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। देवी दुर्गा जी सभी का कल्याण करें।
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