दिल्ली के कई स्कूलों को बम धमकी भरे ईमेल भेजने का मामला सुलझ गया है। पुलिस ने इस मामले में 12वीं कक्षा के एक छात्र को हिरासत में लिया है। यह नाबालिग छात्र अब तक छह बार धमकी भरे ईमेल भेज चुका था। हर बार उसने न केवल अपने स्कूल बल्कि अन्य स्कूलों को भी ईमेल में शामिल किया। एक बार तो उसने 23 स्कूलों को एक साथ मेल भेजा था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। जांच में पता चला कि छात्र परीक्षाओं से बचने के लिए ऐसा कर रहा था।
परीक्षा के डर ने भेजवाए धमकी भरे ईमेल
हाल के दिनों में दिल्ली के स्कूलों को लगातार बम धमकी वाले ईमेल मिल रहे थे, जिससे स्कूलों में अफरा-तफरी मच जाती थी। कई बार स्कूल खाली कराए गए और तलाशी अभियान चलाया गया। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह छात्र परीक्षा से घबराया हुआ था और चाहता था कि स्कूल में छुट्टी हो जाए, जिससे उसे परीक्षा न देनी पड़े।
बढ़ रही थीं धमकियों की घटनाएं
दिसंबर में, दिल्ली के 40 से अधिक स्कूलों को एक धमकी भरा ईमेल मिला था। 8 दिसंबर की रात 11:38 बजे भेजे गए इस मेल में दावा किया गया था कि स्कूल परिसरों में बम लगा दिए गए हैं और उनके फटने से बड़ा नुकसान हो सकता है।
जांच में मिली सफलता
दिल्ली पुलिस ने ईमेल के आईपी एड्रेस और मेल भेजने वाले की गहराई से जांच की। इस दौरान पता चला कि यह पूरी तरह से झूठी सूचना थी। पुलिस को कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। अंततः इसे एक फर्जी अलार्म घोषित किया गया। मामले की तह तक जाने के बाद पुलिस ने धमकी देने वाले छात्र को पकड़ लिया। यह घटना दर्शाती है कि परीक्षा का दबाव छात्रों को किस हद तक गलत कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है।