74वें कांस फिल्म उत्सव में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में रही एक गाय पर बनी बेस्ड डॉक्यूमेंट्री। यह डॉक्यूमेंट्री 93 मिनट की बनी है। इसका नाम ‘काउ’ (Cow) रखा गया है। इस डॉक्यूमेंट्री में दुनिया को एक गाय के नजर से देखने की कोशिश की गई है. इसका निर्देशन ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्मकार और ब्रितानी की रहने वाली एंड्रिया अर्नोल्ड ने किया है। इस डॉक्यूमेंट्री को बनाने में उन्हें 7 साल का लंबा समय लगा। फिल्मकार के बताया कि, उन्हें इस फिल्म की एडिटिंग करने में 3 साल का लंबा समय लग गया। क्योंकि वह अन्य प्रोजेक्ट्स पर भी समय दे रही थी।

यह फिल्मकार अर्नोल्ड ने 3 बार ‘कान जूरी पुरस्कार’ जीता है। उन्हें ‘रेड रोड’ (2006), ‘फिश टैंक’ (2009) और ‘अमेरिकन हनी’ (2016) के लिए पुरस्कृत किया गया. उन्होंने लघु फिल्म ‘वास्प’ के लिए 2005 में अकादमी पुरस्कार हासिल किया।
‘काउ’डॉक्यूमेंट्री में खेत के अंदर चरने वाली एक गाय पर ध्यान केंद्रित किया गया है. इसमें उसका जीवन चक्र दिखाया गया है. अर्नोल्ड का कहना है कि ‘यह वास्तविकता की कहानी है, यह दूध देने वाली एक गाय की कहानी है और यह उस सेवा के लिए श्रद्धांजलि है, जो वह हमें देती है. जब मैं हमारी गाय लूमा को देखती हूं, तो मैं उसके जरिए पूरी दुनिया को देखती हूं।

साथ ही उन्होंने कहा कि वे ‘काउ’ के माध्यम से प्रकृति के प्रति लोगों की धारणा को बदलने की कोशिश कर रहे है। बताया कि ‘हमें असलियत से डर लगता है। मैं असलियत दिखाना चाहती थी और देखना चाहती थी कि ऐसा करना कैसा लगता है। इस फिल्म का मकसद लोगों को ऐसे जीव की चेतना से जोड़ना है, जो इंसान नहीं है।