नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन यानि एनआरसी को लेकर पूरे देश में सत्ता और विपक्ष के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। हर कोई इस मुद्दे पर अपनी राय देने में लगा हुआ है। जहां बीजेपी के नेता इस पर लगातार बयान रहे हैं वहीं विपक्ष भी लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है कि बीजेपी ने एनआरसी को वोट पाने के लिए लागू किया है। अब इसी बहस के बीच बीजेपी उपाध्यक्ष ओपी माथुर ने इस मुद्दे पर एक बड़ा बयान दिया है।

ओपी माथुर ने कहा, ‘हम 2019 में जीतेंगे, एनआरसी अभी सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत केवल असम में लागू हुआ है लेकिन इसे हम पूरे देश में लागू करेंगे। हम देश को धर्मशाला में बदलने नहीं देंगे। घुसपैठियों को कानूनी रूप से हटा दिया जाएगा। किसी भी भारतीय नागरिक को देश से नहीं जाना पड़ेगा।’

राजस्थान में मीडिया को संबोधित करते हुए माथुर ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने परिवार के प्रति सच्चे नहीं हैं। एनआरसी को तत्कालीन प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी ने शुरू किया था लेकिन पार्टी के अंदर पिछले 10 सालों में इसे लागू करने की हिम्मत नहीं हुई। घुसपैठियों की समस्या का सामना पूरे देश में किया जा रहा है। ऐसा कोई बड़ा देश नहीं है जहां बांग्लादेशी प्रवासी नहीं रहते हैं। एनआरसी को हम पूरे देश में लागू करेंगे।’

एनआरसी को अगले साल होने वाले चुनाव का बड़ा मुद्दा बनाते हुए और अपने वोट बैंक को मजबूत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि उनकी पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर कर देगी। हालांकि हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान की जाएगी।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो दिन की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे शाह ने कहा था, ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों को किसी भी कीमत पर देश में रहने की इजाजत नहीं है। वहीं उनकी सरकार हिंदू शरणार्थियों के प्रति नरम रुख अपनाते हुए उन्हें नागरिकता प्रदान करेगी।’

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