जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद से ही बीजेपी, कांग्रेस, पीडीपी सहित सभी राजनीतिक पार्टियों में वार-प्रतिवार का दौर शुरू हो गया है। कानून मंत्री रविशंकर ने शुक्रवार को कांग्रेस सहित उन सभी नेताओं पर जम कर बरसे जिन्होंने घाटी में चलाए जा रहे सेना के ऑपरेशन पर सवालिया निशान लगाया। यहीं नहीं रविशंकर ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से जवाब मांगा।
बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की एक फोटो शेयर कर कहा है कि आजाद और शोज अपवाद नहीं है। राहुल गांधी और सोनिया भी उनमें से ही एक हैं। बीजेपी ने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी में वही सही स्थान पाता है जो पाकिस्तान का समर्थक है। तारिक हमीद कारा जो पाकिस्तान का समर्थक है और पाकिस्तानी भाषा बोलता है उसे राहुल गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस में शामिल ही नहीं करते बल्कि उचित स्थान देते हैं।
Azad and Soz are not exceptions, another Pakistan proxy finds his rightful place in the Congress party! Mr Tariq Hameed Karra, who is known for speaking the language of Pakistan, recently joined the Congress in the presence of Smt. Sonia and Rahul Gandhi. #CongLeTGathbandhan pic.twitter.com/sMVu3bbmXN
— BJP (@BJP4India) June 22, 2018
सोशल मीडिया पर भाजपा ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कांग्रेस से कई सवाल दागे हैं। बीजेपी ने यह भी पूछा है कि क्या राहुल गांधी और उनकी पार्टी पाकिस्तान और आतंकवादियों का एजेंडा आगे बढ़ा रही है?
वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोज ने अपनी किताब ‘कश्मीर: ग्लिम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल’ में परवेज मुशर्रफ के उस बयान का भी समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर घाटी में मतदान की स्थितियां होती हैं तो कश्मीर के लोग भारत या पाक के साथ जाने की बजाय अकेले और आजाद रहना पसंद करेंगे।
गुलाम नबी आजाद बयान और सोज की किताब में भारत विरोधी बातें लिखने के बाद सियासत काफी गर्म बनी हुई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि नबी और सोज के बयान का खंडन करने हुए कहा है कि वो उनकी निजी राय है और इनका पार्टी से कोई लेनादेना नहीं है।