उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के छठें और सातवें चरण के मतदान से पहले बीजेपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। इस पत्र में बुर्का पहनी महिलाओं की जांच करने की बात कही गई है। बीजेपी का संदेह है कि बुर्का पहनने वाली महिलाएं फर्जी वोट डाल रही हैं। इस पर रोक लगाने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जेपीएस राठौर ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि पोलिंग बूथ पर एडिशनल महिला पुलिस बल की तैनाती करना जरूरी है। जिससे बुर्के में आने वाली महिलाओं के पहचान पत्र की ठीक तरह से जांच कर फर्जी वोटों पर लगाम लगाई जा सके।
पत्र में मऊ और बलिया के अति संवेदनशील बूथों की सूची संलग्न करते हुए कहा गया है कि इन क्षेत्रों में बिना महिला पुलिस और अर्धसैनिक बल के निष्पक्ष चुनाव हो पाना संभव नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर का कहना है कि, “बीजेपी को अपनी हार साफ दिखाई दे रही है, यही कारण है कि वो अब इस तरह की बातें कर रही है। बीजेपी को पांचवें चरण की वोटिंग तक ये बातें क्यों नहीं याद आईं? इससे साफ जाहिर है कि उसको अपनी हार का पता पहले ही चल चुका है।”
सपा सांसद नरेश अग्रवाल का कहना है कि “इस तुच्छ हरकत से बीजेपी की मानसिकता का पता लगाया जा सकता है। जब चुनाव आयोग द्वारा हर किसी को पर्ची दी जाती है वोट डालने के लिए तो ऐसे में फर्जी मतदाताओं के होने का सवाल ही नहीं उठता है।” उन्होंने कहा कि “भाजपा के लोगों को आदत है पर्दे के अंदर झांकने की, इनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाथरूम तक को नहीं छोड़ते हैं, तो अब पूरी पार्टी की क्या स्थिति होगी, समझ सकते हैं। ये इनकी हताशा का प्रतीक है, ये सांप्रदायिक तौर पर एक ही धर्म विशेष को टारगेट कर रहे हैं।”
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पाण्डेय ने कहा, “हमे बीजेपी की ओर से ऐसा पत्र मिला है, जिसमें एडिशनल महिला पुलिस बल की मांग की गई है। साथ ही बुर्का वाली महिलाओं की जांच के लिए भी कहा गया है। हमने पत्र मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेज दिया है।”