आगरा के स्थानीय बीजेपी नेता नाथूराम वर्मा की हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया है। यह घटना आगरा के थाना डोकी यमुना किनारे स्थित गांव मेहरा नाहरगंज की है जहां कल शाम 8 बजे के करीब बीजेपी नेता की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। आपको बता दें कि नेता की हत्या से गुस्साए लोगों ने हत्या के एक आरोपी की इतनी पिटाई की, कि उसके बाद उसने अस्पताल में जाते ही दम तोड़ दिया। मामला इतना उलझा कि पुलिस के हाथों भी नहीं संभाला और इसमें खुद पुलिस वालों के साथ भी हिंसा हुई।
दरअसल, स्थानीय लोगों के अनुसार नाथूराम वर्मा की हत्या उनके दो सगे भाईयों ने ही की है। उनके मुताबिक नाथूराम वर्मा अपनी आई-10 कार से अपने दोनों भाई सुधीर और समर के साथ महरा नाहार्गंज आए थे। दूसरी कार में सुधीर और समर के साथी मौजूद थे। कार में ही सुधीर और समर का नाथूराम के साथ विवाद हुआ और इसी कहासुनी के बीच नाथूराम को एक के बाद तीन गोली मारी गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर गांव वाले भी पहुंच गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और आरोपी समर और सुधीर को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन नाथूराम की हत्या से गुस्साए गांव वालों ने सुधीर को पुलिस की जीप से खींचकर बाहर निकाल लिया और पुलिस के सामने ही उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस के रोकने पर भीड़ में पुलिस से भी हाथापाई की जिसमें एक पुलिसकर्मी का सिर फोड़ दिया गया और गाड़ी में भी आग लगा दी गई।
इस बीच किसी तरह पुलिस ने समर की जान तो बचा ली पर अस्पताल पहुंचते ही आरोपी सुधीर की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। फिलहाल तनाव को देखते हुए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
फिलहाल अधिकारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया है। एसएसपी दिनेश चंद दुबे के मुताबिक, इस मामले में तीन केस दर्ज किए जा रहे हैं। एक नाथूराम की हत्या का, दूसरा सुधीर की हत्या का और तीसरा पुलिस पर हमले की। तीनों मामले में कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि लगभग 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ और पुलिस अब हमलावरों को चिन्हित कर रही है।