बिहार की जनता ने अपने दिल की बात को मशीनों में कैद कर दिया है। जनता के दिल का राज आज खुलने जा रहा है। अब तक 25 फीसदी वोटों की गिनती हो चुकी है। एनडीए और आरजेडी के बीच जोरदार टक्कर चल रही है।
शुरूवाती रुझानों में महागठबंधन की सरकार लीड कर रही थी। पर समय के साथ एनडीए का समय बदलने लगा। अब एनडीए का पलड़ा भारी हो गया है।
कोरोना महामारी में यह पहला चुनाव है। उत्तरप्रदेश के बाद बिहार दिल्ली तक पहुंचने का दुसरा रस्ता माना जाता है। जनता को लुभाने के लिए खूब वीआईपी रैलियां हुईं। पर जनता किस पार्टी से खुश है इस बात का पता तो समय के साथ चल जाएगा।
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण चुनाव नतीजे घोषित होने में इस बार देरी हो सकती है। इस बार चुनाव बूथ को बढ़ाया गया है। 45 फीसदी तक बढ़ाया गया है ताकि कोरोना से जुड़े सभी नियम को फॉलो किया जा सके।
मतगणना के शुरूवात के 4 घंटे में 20 फीसदी वोटों की गिनती हुई है। उम्मीद जताई जा रही है। है कि 80 फीसदी वोटों की गिनती में आरजेडी भयंकर वापसी कर सकती है।
बिहार की सत्ता पर पिछले 15 सालों से राज कर रहे नीतीश कुमार को 31 साल के तेजस्वी यादव कड़ी टक्कर दे रहे हैं। तेजस्वी यादव महागठबंधन के दम पर सत्ती की नैया पार लगाने में जुटे हैं।
बिहार के नतीजों का इंतार बिहार के साथ पुरा देश कर रहा है। सभी पार्टियों के कार्यकर्ता बेचैन हैं।वहीं एलजेपी के कार्यकर्ता नीतीश बाबू को हराने के लिए हवन का सहारा ले रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि, अब तक 80 लाख वोटों की गिनती हो चुकी है। चार करोड़ वोटरों ने मतदान किया है जबकि बिहार में 7 करोड़ वोटरों की संख्या है।
गौरतलब है बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर वोट हुआ था। इस बार चुनाव तीन चरणों में हुआ था। आज नतीजे घोषित करने का दिन है।
NDA- 128
RJD-105
LJP-01
OTH-9
1 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 166 सीटों पर वोटों का अंतर 5000 से कम था। जबकि 123 सीटों पर मतों का अंतर 3000 से कम है। 80 सीटों पर यह आंकड़ा 2000 से भी कम है। 49 सीटों पर मतों का ये अंतर 1000 से भी कम है।
500 वोट से कम मतों के अंतर वाली 20 सीटें हैं जबकि 7 सीटें ऐसी हैं जहां वोटों का मार्जिन 200 से कम है. जाहिर है कि ये सीटें कभी भी रुझान बदल सकती हैं।