नोएडा में सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से करीब 7 लाख लोगों से 37 अरब रूपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि सदस्य बनने के बाद कंपनी अपने उपभोक्ताओं को लिंक भेजती थी और हर लाइक पर उन्हें 5 रुपये देती थी लेकिन धीरे-धीरे उपभोक्ताओं को रुपये मिलने बंद हो गए।
एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि हमें कुछ दिन पहले ही गोरखधंधे की जानकारी मिली थी। कंपनी वेबसाइट के माध्यम से इन्वेस्टर्स को घर बैठे पैसा कमाने का लालच देती थी। ठगी समझ आने पर कुछ लोगों ने सूरजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी। गुरुवार को पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर अनुभव मित्तल, सीइओ श्रीधर और टेक्निकल हेड महेश दयाल को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी विदेश भागने की फिराक में थे।
यह फ्रॉड कंपनी वर्चुअल वर्ल्ड में नाम लगातार बदलती रही है। यह कंपनी पहले अब्लेज इन्फो सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड फिर freehub बाद में उसका नाम बदलकर 3W डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया और फिर Frenzzup किया गया।
जांच में पता चला है कि कंपनी के 4 बैंकों में 12 अकाउंट हैं। जिनमें 500 करोड़ रूपये से ज्यादा की रकम जमा है। एसटीएफ कंपनी की बैलेंस शीट, इन्वेस्टर्स की डिटेल और खातों की जांच कर रही है जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए है।
जानकारी के मुताबिक, कंपनी का दावा है कि लोगों को घर बैठे आसानी से पैसे कमाने का लालच दिया जाता था। इसके लिए उपभोक्ताओं को पेज पर लाइक करना पड़ता था और कंपनी द्वारा भेजे गए लिंक को लाइक करना होता था। इसके लिए कंपनी ने बहुत बड़ा जाल बिछाया रखा था। यह काम एक फेक सर्वर के माध्यम से होता था। 5700 रुपये देकर कोई भी कंपनी का सदस्य बन सकता था। फिर उसे अपने साथ दो लोगों को जोड़ने का काम करना पड़ता था।