अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास के नजदीक एक जोरदार धमाका हुआ है। इस धमाके में 65 लोग मारे गए और 325 घायल हो गए। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि यह आंकड़ा अभी बढ़ सकता है इस धमाके से आसपास के कई घरों को भी व्यापक नुकसान हुआ है। भारतीय दूतावास में लगी खिड़कियों के शीशे भी इस धमाके में क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि इस धमाके में भारतीय दूतावास के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को किसी प्रकार को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। यह जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर दी है।

आज हुए धमाके से पहले भी अफगानिस्तान स्थित भारतीय दूतावास के आसपास कई बम धमाके हो चुके हैं। इस धमाके के बाद भारतीय राजदूत ने कहा, ‘जहां ब्लास्ट हुआ, वह दूतावास से ज्यादा दूर नहीं था। इमारत को थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन हमारे कर्मचारी सुरक्षित हैं। इन धमाकों के बाद अफगानिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंता बढती दिख रही है। इस धमाके में मारे गए लोगों में अधिकतर आम नागरिक हैं।

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी काबुल में हुए बम धमके की घटना पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि हम काबुल में बम विस्फोट की निंदा करते हैं। भारत सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ अफगानिस्तान के साथ खड़ा है। आतंकवाद का समर्थन करने वाली ताकतों को पराजित करने की आवश्यकता है।

गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल मार्च में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने अमेरिकी दूतावास के पास स्थित एक मिलिट्री अस्पताल को निशाना बनाया था। हमले में 30 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले का जिम्मा ISIS ने लिया था। इसके अलावा मार्च 2016 में जलालाबाद में मौजूद भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास हुए धमाकों में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी।