Bharat Bandh: ट्रेड यूनियन लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) सहित विभिन्न ट्रेड यूनियन केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल कर रही है। इससे पहले, तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक ने केंद्र की नीतियों के खिलाफ विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत 28 और 29 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया था।
बता दें कि द्रमुक महासचिव और राज्य के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने कहा था कि पार्टी समर्थित लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) सहित विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने डीएमके अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से मुलाकात की थी और 28 और 29 मार्च को होने वाली हड़ताल का समर्थन करने का अनुरोध किया था।

केंद्र की नीति श्रमिकों के कल्याण में डाल रही है बाधा: DMK
दुरईमुरुगन ने कहा कि केंद्रीय भाजपा और उसकी नीतियों द्वारा की गई हर कार्रवाई न केवल राज्यों के अधिकारों में बल्कि श्रमिकों के कल्याण में भी बाधा डालती है। बता दें कि डीएमके इस हड़ताल को अपना समर्थन दे रही है।

Bharat Bandh के समर्थन में इंटक, एटक सहित कई संगठन
बता दें कि इस देशव्यापी हड़ताल में संयुक्त मंच में इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस), एटक (ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस), एचएमएस (हिंद मजदूर सभा), सीटू (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियनन्स), एआईयूटीयूसी (ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर), टीयूसीसी (ट्रेड यूनियन कॉर्डिनेशन सेंटर), सेवा (सेल्फ एम्प्लॉयड वुमेन्स एसोसएिशन), एआईसीसीटीयू (ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियनन्स), एलपीएफ (लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन) और यूटीयूसी (यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस) शामिल हैं।
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