गुजरात में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और बघेला के बीच आ रही खटपट की ख़बरों का खुद शंकर सिंह बघेला ने मीडिया के सामने आकर खंडन कर दिया है। दरअसल शंकर सिंह बघेला के द्वारा ट्विटर पर राहुल गाँधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं को अनफॉलो करने की खबर से उनके कांग्रेस से नाराज होने की अटकले लगने लगी थी। इसी के साथ मीडिया में यह भी खबर थी कि बघेला जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
इन तमाम अटकलों पर अब वाघेला ने रोक लगाते हुए कहा है कि “किसने कहा कि मैं बीजेपी में शामिल होने जा रहा हूँ। बघेला ने पत्रकारों से पूछा कि ये हवा किसने चलाई?क्या मैंने ये कहा है?,हाँ अमित शाह मुझसे मिलने आये थे पर मैं अब भी कांग्रेस में एक्टिव हूँ।
आपको बता दें कि हाल ही में अमित शाह बघेला से मिलने गए थे। तभी से यह कयास लगने लगी कि बघेला बीजेपी में एक बार फिर से वापसी कर सकते हैं।इससे पहले रविवार को ही कि बाघेला ने राज्य विधानसभा चुनावों को और उनकी मर्जी की सीट पर पूछे पत्रकारों के सवालों पर कहा था कि इस वर्ष वो चुनाव लड़ने में इच्छुक नहीं हैं। वो अपने जीवन में कई चुनाव लड़ चुके हैं और उनके लिए यह सब नया नहीं है । पिछले महीने कांग्रेस के 57 में से 36 विधायकों ने बघेला को ही चुनाव में पार्टी का मुख्य चेहरा बनाने की मांग की थी । हालांकि पार्टी हाई कमान ने बघेला को दरकिनार करते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात कांग्रेस की कमान सौंपी है। फिलहाल गहलोत का ही फैसला है कि कांग्रेस इस बार चुनाव किसी मुख्यमंत्री चेहरे के नाम पर नहीं लड़ेगी।