दुनिया भर में कहर मचाने वाला कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से विश्व के अलग-अलग हिस्सों में फैलना शुरू हुआ। ये बात सभी जानते हैं। चीन से उत्पन्न हुए इस वायरस के कारण मानव जाति काफी मुश्किलों का समाना कर रही है। बार – बार सवाल उठता रहता है कि, ये वायरस आखिर कैसे आया है। जवाब में चीन को लाया जाता है। कई जानकारों का कहना है कि, इसे चीन के लैब में बनाया गया है वहीं अन्य जानकारों ने बताया कि, ये प्राकृतिक महामारी है।
कोरोना वायरस को लेकर चीन एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कोरोना संकट पर बोलकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने वाले अमेरिकी एक्सपर्ट डॉ. एंथेनी फाउची ने भी बड़ा बयान दे दिया है। फाउची का कहना है कि कोरोना एक प्राकृतिक बीमारी है, ये स्वीकार करना आसान नहीं है।
पत्रकारों ने जब फाउची से सावल किया क्या आप को पूरा भरोसा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक है ? इस पर फाउची कहते हैं, “मैं इसपर विश्वास नहीं करूंगा। मुझे लगता है इस बात की जांच होनी बाकी है कि चीन में ऐसा क्या हुआ, जिससे कोरोना वायरस आया।” फाउची ने बताया कि, इस वायरस को लेकर कई रिपोर्ट है, अधिकतर में यही बताया गया है कि, कोरोना किसी जानवर से फैला है और फिर इंसाने में आया। लेकिन ये कुछ और भी हो सकता है। अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि अभी हमें इसपर जांच की जरूरत है, ताकि हम वायरस के ओरिजन का पता लगा सकें।
आपको बता दें कि डॉ. फाउची कोरोना संकट की शुरुआत से ही अमेरिका में इस वायरस के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई कर रहे हैं। हालांकि, बीच में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ हुए विवाद के बीच वह हटे थे, लेकिन जो बाइडेन प्रशासन ने फिर उन्हें वापस बुलाया।
गौरतलब है कि, कोरोना वायरस कहां से आया इस बात का कोई पुख्ता सबूत किसी भी देश के पास नहीं है। बस अलग- अलग थ्योरी ही गढ़ी जा रही है। शुरुआत में जहां इस वायरस की वजह एक चमगादड़ को बताया गया, बाद में लैब में किया गया एक प्रयोग होने का दावा किया गया तो किसी ने इसे एक बायोलिजिकल हथियार के तौर पर माना।