देश के गृह मंत्री और भाजपा के मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने सोमवार को मुंबई में पार्टी नेताओं की एक बैठक में कहा कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने भाजपा को धोखा दिया है और उन्हें “सबक सिखाया जाना चाहिए”। बैठक में शाह ने कहा, “राजनीति में हम कुछ भी बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन विश्वासघात नहीं।”
अमित शाह ने ठाकरे को शिवसेना में विभाजन और उसके बाद की घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे का “लालच” उन्हें ले डूबा। मालूम हो कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना का एक गुट उद्धव ठाकरे के खिलाफ हो गया था। जिसके चलते ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गयी थी। अमित शाह ने सोमवार को कहा, ठाकरे ने न केवल भाजपा को धोखा दिया, बल्कि “विचारधारा को भी धोखा दिया और महाराष्ट्र के लोगों के जनादेश का भी अपमान किया”।
अमित शाह ने कहा कि आज शिवसेना ठाकरे के “सत्ता के लालच” के कारण कमजोर हो गयी है, न कि भाजपा के कारण। शाह ने कहा, “आज मैं फिर से कहना चाहता हूं कि हमने कभी उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया था। हम ऐसे लोग हैं जो खुलेआम राजनीति करते हैं, बंद कमरों में नहीं।”
अमित शाह ने आज घोषणा की कि राजनीति में धोखा देने वालों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मुंबई में आगामी निकाय चुनावों के लिए “मिशन 150” के माध्यम से हासिल किया जा सकता है।बृहन्मुंबई कॉरपोरेशन देश का सबसे अमीर नगर निकाय है, जिसे भाजपा लंबे समय से नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
अमित शाह ने कहा, “नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में लक्ष्य बीएमसी चुनाव में 150 सीटें जीतना चाहिए। जनता मोदी जी के नेतृत्व वाली भाजपा के साथ है। उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ नहीं जो विचारधारा को धोखा देती है। “