अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन पाकिस्तान का दौरा कर अब भारत पहुंचे हैं। आज सुबह सबसे पहले आकर उन्होंने गांधी स्मृति में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। थोड़ी देर में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे।
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने टिलरसन के सामने पाक समर्थित आतंकवाद का मुद्दा उठाया। खबरों की माने तो टिलरसन की भारत यात्रा के टॉप अजेंडे में भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के अलावा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते असर को काउंटर की कोशिश भी शामिल होगी।
अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन का इस तीन दिवसीय यात्रा में रक्षा, आतंकवाद निरोधक उपायों, सुरक्षा, ऊर्जा तथा व्यापार के रणनीतिक महत्व वाले क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर बातचीत हो सकती है।
इस दौरान टिलरसन इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के साथ अमेरिका के संबंध रणनीतिक महत्व वाले हैं जो दक्षिण एशिया तक ही सीमित नहीं हैं। उन्होंने इस दौरान भारत और अमेरिका के रिश्तों को और अच्छा कैसे बनाया जाए इस पर भी बात की।
हालांकि इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री पाकिस्तान गए थे जहां उन्होंने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पाक को उसी की जमीन पर नसीहत और चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपनी धरती पर सिर उठा रहे आतंकवाद का जड़ से खात्मा करे। टिलरसन ने पाक से ये भी अपील की कि वो अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने में मदद करे। पाकिस्तान में टिलरसन के रविए को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत के साथ संबंध अमेरिका के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।
टिलरसन पिछले दो महीने में भारत आने वाले ट्रंप प्रशासन के दूसरे सर्वोच्च अधिकारी हैं। इससे पहले पिछले महीने अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस भारत आए थे और अब विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन आएं हैं। टिलरसन साऊथ एशिया के दौरे से पहले अफगानिस्तान भी गए थे। दरअसल, अमेरिका, भारत और अफगानिस्तान तीनों पाकिस्तान और उसकी मिलिट्री को वहां फैले संकट के लिए जिम्मेदार मानते हैं। तीनों को ये भी लगता है कि चीन उसके गलत इरादों में उसका साथ देता है इसीलिए टिलरसन ने यहां आकर चीन को भी नसीहत दे डाली।