भारत में विकास के साथ-साथ सफाई में भी आवश्यक ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों पर अपनी छाप छोड़ी है जिसपर लोग अमल करके अपने शहरों को साफ रख रहे हैं।
भारत के दो लाख आबादी वाले शहरों की साफ-सफाई में छत्तीसगढ का अंबिकापुर शहर नंबर वन पर आ गया है। पांच सौ शहरों में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में अंबिकापुर 15वें स्थान पर पहुंच गया है। 15वां स्थान पाने पर गुरूवार को देश की राजधानी दिल्ली के मीडिया सेंटर में शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू द्वारा अंबिकापुर के महापौर डॉ. अजय तिर्की, नगरीय निकाय प्रशासन के विशेष सचिव डॉ. रोहित यादव व कमिश्नर एलके सिंगरौल को सम्मानित किया गया। अंबिकापुर ने करीबन 434 शहरों को पीछे छोड़कर यह पद हासिल किया है। इस बात में कोई संदेह नहीं की यह बात शहरवासीयों के लिए बेहद गर्व की बात है।
अंबिकापुर में न केवल स्वच्छता पर ध्यान दिया गया बल्कि उसके साथ-साथ कचरे को भी सही प्रयोग में लाया गया। अंबिकापुर में पचास वर्ष पुराने सांडबार के डंपिग यार्ड जो गंदगी से भरा हुआ था उसका कायापलट किया गया। कुछ ही महीनों में उसे एक सेनेटरी पार्क में बदल दिया गया। वह गंदगी से भरी जगह आज लोगों के लिए सैर-सपाटे की जगह बन गई है। साथ ही प्रदेश को पहला खुले में शौचमुक्त शहर बनने का गौरव भी मिल चुका है। बता दें कि दो वर्ष पहले स्वच्छता अभियान के तहत तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की शुरूआत की थी। शुरु के दिनों में आमिर खान के धारावाहिक सत्यमेव जयते में सी. श्रीनिवासन ने कचरे से सोना बनाने की कार्ययोजना पर प्रशिक्षण किया गया था। इस पूरे अभियान में सबसे खास बात यह थी कि अंबिकापुर में महिलाओं के समूह को वेस्ट मैनेजमेंट कार्य से जोड़ा गया। साथ ही महिलाओं को कचरे को सही प्रयोग में लाने का प्रशिक्षण दिया गया। इन सबके बाद रिक्शे से दिन में दिन वक्त कचरा को इकट्ठा किया गया। शहर के एसएलआरएम सेंटरों में सूखे और गीले कचरे की छंटनी होने लगी। जिसमें गीले कचरे को कंपोस्ट खाद व बायो गैस ईंधन में बदल दिया गया और सूखे कचरे की बिक्री की जाने लगी। इस बेचे गए कचरे से महिलाओं को आय का जरिया मिला। साथ ही नगर के मेरिन ड्राइव तालाब में चले रहे लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत बतख पालन भी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की तरह रोल मॉडल के रुप में उभरा है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद मेयर डॉ.अजय तिर्की ने बताया कि यह सम्मान केवल नगर निगम या प्रशासन का नहीं बल्कि अंबिकापुर शहर के एक-एक नागरिकों का है। उन्होंने कहा कि यहां से हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है ताकि वह अपने शहर को और भी साफ सुथरा रख सके।