देश के नेता वर्तमान भारत को छोड़ भारत के इतिहास को लेकर अपनी राजनीति गरमा रहे हैं। यूपी में ताजमहल को लेकर शुरू हुआ बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ कि कर्नाटक में एक केंदीय मंत्री ने टीपू सुल्तान को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कर्नाटक के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर टीपू सुल्तान को हिंदू विरोधी और बर्बर हत्यारा बताते हुए राज्य में होने वाले टीपू जयंती से जुड़े कार्यक्रमों में निमंत्रित न करने को कहा है। राज्यमंत्री ने ट्वीट करके कहा है कि कर्नाटक सरकार टीपू सुल्तान जयंती पर मुझे ना बुलाए। साथ ही ट्वीट में मंत्री ने टीपू को बर्बर हत्यारा, नीच कट्टरपंथी और बलात्कारी बताया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मंत्री को इस तरह का पत्र नहीं लिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीपू जयंती कार्यक्रम का निमंत्रण सभी केंद्रीय और राज्य मंत्रियों को भेजा जाता है। किसी को इसमें आना है या नहीं ये उन लोगों पर निर्भर करता है। इस मामले में बेवजह से राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है। बता दें कि हेगड़े ने इससे पहले 2016 में भी मैसूर के राजा रहे टीपू सुल्तान का जन्मदिवस मनाने का विरोध किया था।
Conveyed #KarnatakaGovt NOT to invite me to shameful event of glorifying a person known as brutal killer, wretched fanatic & mass rapist. pic.twitter.com/CEGjegponl
— Anantkumar Hegde (@AnantkumarH) October 20, 2017
हेग़ड़े के इस बयान पर सियासी घमासान मच चुका है। इससे पहले यूपी में ताजमहल को लेकर कई नेताओं द्वारा विवादास्पद बयान दिए जा चुके हैं जो अब तक जारी है। कई नेता तो भारत के इतिहास को भी बदलने की बात करते हैं। ऐसे में भारत के इतिहास के साथ-साथ भारत के वर्तमान पर भी खतरा मंडराने लगा है। क्या अब भारत के छात्र नेताओं द्वारा निर्माणित इतिहास पढ़ेंगे या वो इतिहास जो इतिहास के पन्नों में दर्ज है।
सारांश- केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कर्नाटक के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर टीपू सुल्तान को हिंदू विरोधी और बर्बर हत्यारा बताते हुए राज्य में होने वाले टीपू जयंती से जुड़े कार्यक्रमों में निमंत्रित न करने को कहा है।