माइक्रोसॉफ्ट ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में सबसे बड़ी डील की है। इस डील के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने नोएडा प्राधिकरण से सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर जमीन खरीदी है। इस जमीन की कीमत करीब 103 करोड़ रुपये है। माइक्रोसॉफ्ट की भारत में सबसे बड़ी परियोजना यहीं पर लगाएगी। इससे नोएडा सहित एनसीआर क्षेत्र सॉफ्टवेयर हब के रूप में विकसित होगा। माइक्रोसॉफ्ट आईटी और आईटी इनेबल सर्विसेज के उपयोग के करेगी। यह वास्तव में दिल्ली-एनसीआर के आईटी प्रोफेशनल के लिए एक अच्छी खबर है। ऐसा माना जा रहा है कि दो वर्षों में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा।
इसमें कंप्यूटर साइंस, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट से जुड़े तमाम लोग नौकरियों के लिए आवेदन कर सकेंगे। माइक्रोसॉफ्ट आईटी, आईटीएस और आईटी इनेबल सर्विसेज के लिए यहां काम करेगी। बताया जा रहा है कि यह माइक्रोसॉफ्ट का भारत में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा।
सरकार ने कुछ खास शर्तों के आधार पर माइक्रोसॉफ्ट को जमीन मुहैया कराई है। पॉलिसी के तहत 40 फ़ीसदी आवंटन राशि माइक्रोसॉफ्ट को 1 महीने के अंदर जमा करनी होगी, जबकि बाकी की 7 फ़ीसदी माइक्रोसॉफ्ट 86 हिस्सों में दे सकेगा। इस परियोजना को पूरा करने के लिए 5 साल का समय प्राधिकरण देगा।
कहा जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के नोएडा में प्रोजेक्ट लगाने से सॉफ्टवेयर क्षेत्र की दूसरी कंपनियां भी नोएडा की तरफ आकर्षित होंगी। ऐसे में लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
हालांकि कुछ दिनों पहले ही माइक्रोसॉफ्ट ने यूपी के नोएडा में ही इंडिया डेवलपमेंट सेंटर एनसीआर (IDC NCR) के नाम से एक नया फैसिलिटी सेंटर का ऑफिस शुरु किया है। भारत में इक्रोसॉफ्ट का तीसरा फैसिलिटी सेंटर है। छह मंजिला इमारत में तीन मंजिल तक कार्यक्षेत्र फैला हुआ है। हालाँकि, यह ऑफिस अपने आर्किटेक्चर के लिए खूब सुर्खियां बटोर रहा है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तथा तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
नोएडा ऑफिस को बनाते वक्त बिजली और पानी के संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। माइक्रोसॉफ्ट के ट्विटर पेज पर कार्यक्षेत्र को प्रदर्शित करने वाला एक वीडियो पोस्ट किया गया था। आप भी वीडियो का देख सकते हैं। ऑफिस के करीब दो फीसदी हिस्से में हरियाली देखने को मिलेगी। कंपनी की मानें तो नोएडा में आईडीसी सेंटर को खोलने का मुख्य लक्ष्य देश के प्रीमियम टेक और मैनेजमेंट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को आकर्षित करना है।