देश के पांच राज्य समेत केरल की 140 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाला है। 6 अप्रैल को एक चरण में मतदान होगा। चुनाव की तैयारियां अपनी चरम पर है। बीजेपी लगातार जनता को संबोधित कर रही है। पार्टी विजय यात्रा के जरिए जनता का वोट बटोरने की कोशिश कर रही है।
चुनाव के समय पार्टी दिग्गज चेहरों को जनता के सामने उतार रही है। खास बात ये है कि, सभी चेहरे केरल की मिट्टी से जुड़े हैं। मेट्रो मैन के बाद अब केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश पी एन रवींद्रन ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। कोच्चि के त्रिपुनीथुरा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन की विजय यात्रा के दौरान, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमणने रवींद्रन का पार्टी में स्वागत किया।
हालांकि, दिल्ली में होने के नाते केरल हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस वी चिताम्बरेश इस समारोह में शामिल नहीं हो सके।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक पत्र पर कथित रूप से लव जिहाद कानून का समर्थन करने के बाद दोनों पूर्व न्यायाधीशों के नाम हाल ही में खबरों में रहे। चिदंबरेश ने कहा कि मैं बीजेपी का साथी रहा हूं अब, मैंने आधिकारिक रूप से पार्टी को गले लगा लिया है। मैं दिल्ली में रहने के कारण कोच्चि में होने वाले समारोह में शामिल नहीं हो सकता।
इसके पहले मेट्रो मैन ई. श्रीधरन 21 फरवरी को बीजेपी में शामिल हुए थे। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन, कासरगोड से जब इस यात्रा को लेकर रविवार को श्रीधरन के गृहनगर मल्लापुरम पहुंचे थे इसी दौरान, तो ‘मेट्रोमैन’ भी भाजपा के साथ निकल गए।
गौरतलब है कि, केरल में 15वीं विधानसभा के लिए कुल 2,67,88,268 मतदाता चुनाव करेंगे। विधानसभा चुनाव 2021 के लिए, केरल में मतदान केंद्रों की संख्या 21,498 से बढ़ाकर 40,771 कर दी गई है। यहां वोटों की गिनती 2 मई को होगी।चुनाव आयोग के अनुसार, 140 विधानसभा सीटों में से 14 सीटें एससी वर्ग के लिए और दो सीटें एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।