बीजेपी के चाणक्य और गृह मंत्री अमित शाह के गुपकार गठबंधन को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में बने इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। अमित शाह ने तिरंगे का अपमान, आर्टिकल 370 की बहाली, विदेशी ताकतों के दखल जैसे मामलों को लेकर गुपकार गैंग पर निशाना साधा था। साथ ही कांग्रेस से भी अपना पक्ष साफ करने को कहा था।
कांग्रेस ने छोड़ा साथ
जम्मू कश्मीर में आने वाले निकया चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने गुपकार के लिए गठबंधन के साथ गठजोड़ किय था। पर इनके मनसूबों पर शाह ने पानी फेर दिया। इस गठबंधन में नैशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत जम्मू-कश्मीर के विभिन्न दल शामिल हैं। गुपकार गैंग पर शाह के बयानों की बैछार को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपनी दिशा बदल दी है।
कांग्रेस विकास परिषद के चुनाव में भाग लेगी
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि पार्टी पीएजीडी का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीकों से बीजेपी का पर्दाफाश करने के लिए जम्मू-कश्मीर में आगामी जिला विकास परिषद के चुनावों में भाग लेगी।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी ने दुष्प्रचार के माध्यम से कांग्रेस को PAGD में भागीदारी को लेकर बचाव की मुद्रा में ला दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में संवैधानिक अधिकार मांगना राष्ट्रविरोधी लगता है।
कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू और कश्मीर को वापस आतंक के युग में ले जाना चाहते हैं।’
अमित शाह ने एक के बाद एक ट्वीट्स में कहा, ‘कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू और कश्मीर को वापस आतंक के युग में ले जाना चाहते हैं।’ गृह मंत्री ने अगले ट्वीट में कहा, ‘जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का आतंरिक हिस्सा रहा है। भारत के लोग राष्ट्रहित के खिलाफ बने किसी अपवित्र ‘ग्लोबल गठबंधन’ को सहन नहीं करेंगे। या तो गुपकार गैंग देश के मूड के साथ चले नहीं तो लोग उसे डुबो देंगे।’
पार्टी का पक्ष साफ करो
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पीएजीडी के कदमों पर पार्टी का रुख साफ करने को कहा। इस गठबंधन ने संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की है, जो पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा देता था।
शाह ने कहा,‘गुपकर गैंग जम्मू एवं कश्मीर में विदेशी ताकतों का हस्तक्षेप चाहता है। गुपकर गैंग तिरंगे का अपमान करता है। क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी गुपकर गैंग के ऐसे कदमों का समर्थन करते हैं? उन्हें देश की जनता के समक्ष अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए?’