दुश्मानों के छक्के छुड़ाने के लिए 457 नए जेंटलमैन कैडेट इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) से पास होकर निकले हैं। इन कैडेट्स में 383 भारत के जबकि 74 विदेशी हैं, जो भारत के 7 मित्र देशों से ताल्लुक रखते हैं। नेपाल सेना के चीफ जनरल राजेंद्र क्षेत्री इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। IMA से निकले ये जांबाज अब भारत का मान दुनियाभर में बढ़ाएंगे।
एकेडमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने 458 कैडेट्स को विभिन्न मेडल, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने भावी अफसरों को देश की आन, बान और शान की रक्षा के मूलमंत्र दिए।
अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत का परिणाम शानदार रहता है। आईएमए से कड़ा प्रशिक्षण लेने के बाद सेना में अफसर बनने जा रहे जेंटलमैन कैडेट्स को भी उनकी मेहनत का फल मिल रहा है। वे अफसर बनने से चंद फासले पर हैं। उन्होंने भावी सैन्य अफ सरों को हर परिस्थिति का सामना करने, बदलाव को आत्मसात करने व तकनीक में दक्षता हासिल करने की सीख दी कहा कि हमेशा आगे बढ़ने और जीतने की भावना के साथ सेना के सम्मान को बचाए रखना है। दस जून यानि आज आईएमए की पासिंग आउट परेड का आयोजन होगा।
IMA की ऐतिहासिक चेटवुड बिल्डिंग के सामने मैदान में ड्रिल स्क्वायर पर कदमताल करते हुए 142 रेगुलर और 125 टेक्निकल ग्रेजुएट स्कीम के 457 जेंटलमैन कैडेट्स अंतिम पग पार कर सेना में अफसर बन गए। भारतीय सेना को मिले 383 युवा सैन्यर अधिकारियों में सबसे अधिक 142 युवा इन्फैंट्री को मिले हैं जबकि, 82 सैन्य अधिकारी आर्टिलरी और 32 इंजीनियर कोर को मिले। यूपी से 63 और उत्तराखंड से 33 युवा सैन्य अधिकारी देश को मिले हैं। कैडेट सचिन कुमार चाहर को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर मिला। जबकि, कैडेट आदित्य निखरा को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
पासिंग आउट परेड के दौरान हेलीकॉप्टर से इन जवानों पर फूलों की बारिश की गई। इस यादगार पल में जवानों का जोश देखने लायक था। मित्र देशों में अफगानिस्तान, भूटान, किर्गिस्तान, नाइजीरिया, ताजिकिस्तान और तंजानिया के कैडेट शामिल हैं।