मोदी सरकार की बहुमूल्य परियोजनाओं में से एक ‘स्मार्ट सिटी’ ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने 30 नए शहरों की सूची जारी की है। शहरों का चयन प्रतिस्पर्धा के आधार पर किया गया है। इनमें वो शहर भी हैं जिनको लोगों के अनुमान के अनुसार पहले सूची में आ जाने चाहिए थे किंतु दुर्भाग्यवश वे नहीं आ सके लेकिन इस बार इलाहाबाद, अलीगढ़, तिरूवनंतपुरम, नया रायपुर जैसे शहरे हैं जिनको वरीयता दी गई है। स्मार्ट सिटी योजनाओं के तहत इन 30 शहरों पर 57000 करोड़ के लगभग रूपए खर्च किए जाएंगे।
याद दिला दें कि पहली सूची में 20 शहरों को नामांकित किया गया था जिसमें भुवनेश्वर पहले स्थान पर था। इनको मिलाकर अब कुल शहरों की संख्या 90 से अधिक हो गई है। इन स्मार्ट सिटी में पांच सालों में 500 करोड़ के विकास कार्य किए जाएंगे। इन शहरों को विकसित करनें में कुल लागत डेढ़ लाख करोड़ रूपए से अधिक हो सकती है।
वहीं शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने बताया कि 147 शहरों को निवेश ग्रेड भी मिल चुके हैं। देश के 18 राज्यो ने तो कंसल्टेंट तक नियुक्त कर दिए हैं ताकि परियोजनाओं को विशेषज्ञों की देखरेख में लागू किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने RERA बिल का मसौदा मंजूर कर लिया है। इस मसौदे को संसद के अगले सत्र में पेश किया जाएगा। इस बिल में यह रहेगा कि कोई बिल्डर अगर गलत काम करेगा तो इसमें उसके लिए सजा का प्रावधान रहेगा।
इसी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के तीन शहर इलाहाबाद, अलीगढ़ और झांसी को ‘स्मार्ट सिटी’ परियोजना में शामिल किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू को धन्यवाद दिया है।
नगरों को शामिल किये जाने पर प्रधानमंत्री श्री@narendramodi जी, केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री@MVenkaiahNaidu जी को धन्यवाद एवं आभार।(2/2) pic.twitter.com/vbaSIpCQmq
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 23, 2017