कानपुर में स्थित सरसौल कस्बा में अफरा-तफरी तब मची, जब कस्बे के एक घर में जोरदार धमाका हुआ। बताया जा रहा है कि यह धमाका पटाखा और देशी बम बनाने वाली फैक्ट्री में हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के 6 मकान ढह गए, जिसके मलबे में दबने से तीन लोगों की मौत हो गई। मलबे में कई और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कस्बे के लोगों का मानना है कि यहां रहने वाले बाबू सिंह के मकान में विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना भंयकर था कि आसपास के महात्मा साहू, अरविन्द सैनी और वीरेन्द्र के मकान भी ढह गए। तीनों परिवारों के लोग मलबे में दब गए। इसके अलावा विस्फोट में बाबू सिंह के बेटे नीरज सिंह की भी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक पतली गली होने के कारण घटना स्थल तक एंबुलेंस गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है। फिलहाल आईटीबीपी के जवानों और स्थानीय पुलिस द्वारा मलबे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
पुलिस का मानना है कि मकान के अंदर अवैध रूप से विस्फोटक जमा करके पटाखे और देशी बम तैयार किए जा रहे थे। हालांकि अभी मलबे में और कितने लोगों की दबे होने की खबर है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि इस विस्फोट से पूरे कस्बे में अफरा-तफरी का माहौल फैल गया है।
इसके अलावा स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां कई मकानों में अवैध रूप से देशी बम और पटाखे बनाने का काम होता है। पुलिस प्रशासन की नजरअंदाजी होने की वजह से ये घटना हुई है। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। आए दिन ऐसे धमाके होते रहते हैं।