केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज यानी मंगलवार (8 दिसंबर) को एक दिन के लिए ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है। पूरे देश में आज सुबह 11 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक ‘भारत बंद’ बुलाया गया है। कई राज्यों में एहतियातन ट्रेनें रोकी गईं हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी कुछ जगहों चक्का जाम किया गया है। किसानों के इस भारत बंद को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा समेत देश की 18 राजनीतिक पार्टियों ने भी अपना समर्थन दिया है।
भारत बंद के दौरान परिवहन सेवा से लेकर फल-सब्जी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। केंद्र सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच पांच दौर की वार्ता हो चुकी है, मगर अब तक कोई हल नहीं निकल सका है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मांगी गईं, तो वे अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने वाले मार्गों को बंद कर देंगे।
हालांकि इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसान आंदोलन में गैर विपक्षी दल भी कूद गए हैं। ये लगातार चुनाव हार रहे हैं, इसलिए सरकार के विरोध में खड़े हो जाते हैं और अपने अतीत को भूलते हुए अपने वादे भूल जाते हैं।

बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 2014 में ही अपने मैनिफेस्टो में कहा था कि APMC एक्ट को समाप्त करेगी। 2014 में कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में इंग्लिश में लिखा हैं कि APMC एक्ट को हटाएगी और हिंदी में लिखा कि हम इस कानून में संशोधन करेंगे, जो हम कर रहे हैं। और आज कांग्रेस अपने ही वादे के खिलाफ है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी ने 2013 में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें कहा था कि किसान मंडियों को फ्री कर देना चाहिए। पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने APMC एक्ट से बदलने से लेकर किसान मंडियों को फ्री करने के लिए कई मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। हालांकि शरद पवार अब अपनी बात से पलट गए हैं।