इस्पात क्षेत्र में 100 प्रतिशत गुणवत्ता सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध इस्पात मंत्रालय ने गुणवत्ता नियंत्रण आदेश का दायरा बढ़ाते हुए इसमें 16 और इस्पात उत्पादों को इसमें शामिल किया है जो बुनियादी ढांचे, आवास, इंजीनियरिंग एप्लिकेशन, और व्यापक रूप से जनता के बचाव और सुरक्षा के लिए के उपयोग में आते हैं।
इससे पहले 34 कार्बन स्टील उत्पाद और 3 स्टेनलेस स्टील उत्पाद इस्पात मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किए गए थे। इस प्रकार से अब 50 कार्बन स्टील और 3 स्टेनलेस स्टील उत्पाद गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था में आ गये हैं।
इस्पात मंत्रालय ने आज यहां यह जानकारी दी।
इस्पात मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार 20 जून को इस्पात एवं इस्पात उत्पाद (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, 2018 और स्टेनलेस स्टील उत्पाद (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, 2018 तथा अधिसूचना संख्या एस.ओ 2998 (ई) और एस.ओ 2999 (ई) नाम के दो गुणवत्ता नियंत्रण आदेश जारी किये गये हैं। इन आदेशों के क्रियान्यवन से देश में खपत होने वाले करीब 85-90 प्रतिशत इस्पात और इस्पात उत्पादों को गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (क्यूसीओ) के तहत शामिल किया जायेगा।
इसके परिणामस्वरूप 16 और इस्पात उत्पादों को गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के दायरे में लाया गया है। इससे पहले 34 कार्बन स्टील उत्पाद और 3 स्टेनलेस स्टील उत्पाद इस्पात मंत्रालय द्वारा सूचित किए गए थे। वास्तव में, इन गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों में अब 50 कार्बन स्टील और 3 स्टेनलेस स्टील उत्पाद शामिल हैं। इनका मानव स्वास्थ्य पर प्रत्यक्ष प्रभाव है और जो बुनियादी ढांचे, आवास, इंजीनियरिंग एप्लिकेशन, और व्यापक रूप से जनता के बचाव और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस्पात मंत्रालय चरणबद्ध तरीके से हितधारकों के परामर्श से क्यूसीओ के तहत शेष इस्पात उत्पादों को लाने पर भी विचार कर रहा है।
इस्पात मंत्रालय ने अनिवार्य गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था के तहत खाद्य, खाद्य योजक (फूड एडिटिव्स), दवा और दवाओं में इस्तेमाल होने वाले टिन प्लेट्स (आईसीः 1993), को शामिल करने का फैसला किया है और इसकी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। टिन प्लेट का उपयोग अन्य गैर महत्वपूर्ण/ गैर खाद्य अनुप्रयोगों के अलावा मुख्य रूप से खाद्य और खाद्य योजकों, दवाओं और पेय पदार्थों की पैकेजिंग में किया जाता है।