World No Tobacco Day: हर वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार स्वास्थ्य मंत्रालय ने तंबाकू मुक्त युवा थीम के आधार पर 60 दिनों के लिए आज से एक अखिल भारतीय अभियान शुरु करने का निर्णय लिया है। इसके तहत युवाओं तंबाकू सेवन से रोकदाम और इसकी लत को छोड़ने के लिए उचित कदम उठाने पर जोर दिया गया है। तंबाकू का सेवन ना करने के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए ओडिशा के सेंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने सेंड आर्ट्स के माध्यम से लोगों को मेसेज दिया।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है। यह दिन तंबाकू के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और तंबाकू की खपत को कम करने के लिए प्रभावी नीतियों की वकालत करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में एक वैश्विक पहल के रूप में मनाया जाता है।
World No Tobacco Day: जानें इसके पीछे का इतिहास
World No Tobacco Day: तंबाकू का सेवन सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। इसकी वजह से दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ष 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाने का ऐलान किया था। जानकारी के लिए बता दें कि पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस 7 अप्रैल को मनाया गया था। लेकिन वर्ष 1988 से हर साल यह दिवस 31 मई को मनाया जाता है।

ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजिज स्टडी के मुताबिक वर्ष 2019 में भारत में धूम्रपान और अन्य व्यक्तियों द्वारा धूम्रपान किए जाने के दौरान धुएं के संपर्क में आने से लगभग 12 लाख लोगों की मौत हुई है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार हर साल भारत में तंबाकू के सेवन से 13.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है।
World No Tobacco Day: क्या है इस वर्ष की थीम?
इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम हमें भोजन की जरुरत है, तंबाकू की नहीं रखी गई है। इससे पहले वर्ष 2022 की थीम में इसकी थीम पर्यावरण की रक्षा रखी थी। भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है। विश्व स्तर पर तंबाकू से मरने वालों की संख्या हर साल 80 लाख है। जानकारी के अनुसार विश्व में धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में काफी वृद्धी देखने को मिल रही है।
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