Corona Returns : 2023 का दिसंबर महीना चल रहा है और एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में, हर किसी के मन में एक सवाल है की हर बार सर्दियों के मौसाम में ही क्यों बढ़ते हैं कोरोना के मामले। बता दें कि पिछले कुछ समय से कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 ने दुनियाभर में कोरोना के मामलों में तेजी ला दी है। दक्षिणी भारत के राज्यों में कोरोना के इस वैरिएंट के मामले काफी नजर आ रहे हैं।
Corona Returns : हर बार दिसंबर में ही क्यों बढ़ते हैं कोरोना केस?
दिसंबर में कोरोना के केस बढ़ते देख ये सवाल उठना लाजिमी है कि हर बार Covid-19 के नए वैरिएंट दिसंबर या कहें ठंड के दौरान ही क्यों आते हैं। दरअसल, एक्सपर्ट्स के मुताबिक सर्दियों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन बढ़ते हैं। वहीं सर्दी के मौसम में वायरस ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस समय सर्दी और जुकाम होने पर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और कोरोना होने पर डॉक्टर के पास जाने से डरते हैं। इस वजह से भी संक्रमण तेजी से फैलता है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डेल्टा वैरिएंट पर की गई रिसर्च में सामने आया है, दिसंबर में अक्सर लोग मनोरंजन के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों पर पहुंचते हैं। जिससे वायरस आसानी से फैल सकता है। वहीं पूरी दुनिया में क्रिसमस के बाद न्यू ईयर धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। ऐसे में महामारी के फैलने की संभावना और बढ़ जाती है।
भारत समेत दुनियाभर में कोरोना संक्रमण का खतरा अभी भी कम नहीं हुआ है। फिलहाल देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 4,170 के आसपास है। कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव मामले केरल में है… यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 3,096 के आसपास है। वहीं कर्नाटक 436 एक्टिव केसेज के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 168 केसेज के साथ तीसरे नंबर पर है। वहीं कोरोना वायरस के नए सब वेरिएंट जेएन.1 के मिलने का सिलसिला भी लगातार जारी है। इस वैरिएंट के करीब 70 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें गोवा,महाराष्ट्र (10), कर्नाटक , केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में सबसे अधिक नए वैरिएंट के मामले हैं।
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