सेनेटरी नैपकिन हर किशोरी और महिला के लिए आवश्यक है और इसका इस्तेमाल हर महीने किया जाता है। लेकिन क्या आप इस बात पर यकीन कर सकते हैं कि बॉलीवुड में एक ऐसी एक्ट्रेस है जो पीरियड्स के दौरान सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल नहीं करती है। हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्जा की। दिया मिर्जा इन दिनों सेनेटरी नैपकिन को लेकर दिए गए अपने ब्यान को लेकर चर्चा में है। दिया मिर्जा का इस बारे में मानना है कि नैपकिन और डायपर जैसे प्रोडक्ट्स हमारे पर्यावरण के संरक्षण के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं और वह ऐसे किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करती हैं, जिससे पर्यावरण को नुक्सान पहुंचे।
बता दे कि सेनेटरी नैपकिन के निर्माण में प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है। दिया मिर्जा बहुत ईको-फ्रेंडली और एन्वायरमेंट लवर है। जिस वजह से वह अपने निजी जीवन में ऐसी किसी भी चीज का उपयोग नहीं करती हैं, जिसमें प्लास्टिक उपयुक्त होता है। यहां तक कि वह प्लास्टिक के टूथब्रश और प्लास्टिक के पानी की बोतल का भी इस्तेमाल नहीं करती है।
यूएनओ की दूत है मिर्जा
दिया मिर्जा को भारत की तरफ से यूएनओ (सयुंक्त राष्ट्र पर्यावरण) की सद्भावना दूत बनाया गया है। दिया हमेशा ही प्रदूषण के खिलाफ रहती है और ऐसी किसी भी चीज का इस्तेमाल नहीं करती है, जिससे प्रदूषण को बढ़ावा मिले। वह पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं, जिससे उन्हें जानकारी मिल सके कि कौन सी चीजें पर्यावरण के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। वह न खुद प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल करती है और न किसी और को ऐसा करने की सलाह देती है।
पीरियड्स में क्या करती है इस्तेमाल
दिया मिर्जा ने बताया, कि सेनेटरी नैपकिन्स में प्लास्टिक मौजूद होता है, जो कभी नष्ट नहीं होता है। वह नार्मल नैपकिन की जगह पूरी तरह से नष्ट होने वाले बायोडिग्रेडबल नैपकिन का इस्तेमाल करती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये नैपकिन पर्यावरण के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं और ये प्राकृतिक तरीके से नष्ट भी हो जाते हैं। इसके अलावा वह प्लास्टिक टूथब्रश की जगह बम्बू ब्रश का इस्तेमाल करती है और प्लास्टिक पैकेज्ड बोतल की जगह मेटल वॉटर बॉटल का इस्तेमाल करती है। साथ ही एक अभिनेत्री होते के नाते वह ऐसी किसी भी चीज का प्रचार तक करना पसंद नहीं करती है।