भारत में G 20 की 200 बैठकें, विदेश मंत्री बोले-हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं …

1999 में G-20 का गठन, दशक के अंत के वित्तीय संकट के चलते किया गया था।

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G 20 India
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G 20 India: साल 2023 के लिए जी 20 की अध्यक्षता भारत के पास है। देश में जी 20 को लेकर कई सारी बैठकें की जा रही है, जो विभिन्न राज्यों के शहरों व राजधानियों में आयोजित हो रही हैं। वहीं,विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि इस बार जी 20 में 200 बैठकें होंगी। उन्होंने कहा “इन बैठकों के माध्यम से हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत में आकर बदलाव को देखिए। विश्व के लिए भारत के उत्साह और सकरात्मकता को देखिए।” विदेश मंत्री ने अपनी यह बात पुणे में कही।

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G 20 India: हैदराबाद में हुई स्टार्टअप20 इंसेप्शन मीटिंग

शनिवार को हैदराबाद में जी 20 की मीटिंग के अंतर्गत स्टार्टअप20 इंसेप्शन मीटिंग हुई। इसकी शुरुआत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। मौके पर केंद्रीय मंत्री, कई विदेशी अतिथि व अन्य मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारत व वैश्विक स्टार्टअप क्रांति पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा “इंडिया स्टैक के माध्यम से इनोवेशन हमारी अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है। G20 देश इस विशेषज्ञता का उपयोग आर्थिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक उत्प्रेरक बल के रूप में कर सकते हैं।” इस दौरान अन्य अतिथियों ने भी स्टार्टअप पर अपनी-अपनी बातें रखीं।

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आपको बता दें कि चंडीगढ़ में प्रथम अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल आर्किटेक्चर वर्किंग ग्रुप मीटिंग यानी पहली अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना कार्य समूह की बैठक होने जा रही है। यह दो दिवसीय बैठक 30 व 31 जनवरी को आयोजित की गई है।

क्या है G 20 समूह?
1999 में G-20 का गठन, दशक के अंत के वित्तीय संकट के चलते किया गया था, जिसने विशेष रूप से पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया (East and South East Asia) को प्रभावित किया था। G-20 का मुख्य लक्ष्य मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना है।

इसके प्रमुख नेता वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हर वर्ष एक बार इकट्ठा होते हैं। इसके साथ ही, G-20 दुनिया के कुल आर्थिक उत्पादन में 80 फीसदी से अधिक, कुल आबादी का 60 फीसदी और वैश्विक व्यापार के 75 फीसदी हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।

1999 में उत्पन्न हुए अंतरराष्ट्रीय ऋण संकट के जवाब में G-7 के बड़े आकार के रूप में G-20 बनाया गया था। शुरुआत में इसका प्रमुख उद्देश्य अपने सदस्यों के वित्त मंत्रियों के वार्षिक शिखर सम्मेलन और 2008 के बाद से प्रमुखों के बीच चर्चा के माध्यम से वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है। G-20 की अध्यक्षता और मेजबानी करने वाले देश प्रत्येक वर्ष सदस्य देशों के बीच में बदलता रहता है।

कौन-कौन हैं सदस्य देश?

G-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया गणराज्य, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। इसके अलावा स्पेन को स्थायी रूप से अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है।

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