World Snake Day: सांप… नाम सुनते ही एक घबराहट होने लगती है। क्या आपको पता है कि सांप का भी एक दिवस होता है? हर साल 16 जुलाई को विश्व सर्प दिवस मनाया जाता है। आज दुनिया भर में लोग सांप के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए तरह-तरह के आयोजन करते हैं। लोगों को सांप के बारे में जागरुक करते हैं।
देश में सांपो के बारे में सैकड़ों मिथ फैले हुए हैं,जो की पूर्ण रूप से गलत है। कुछ लोगों ने समय के साथ-साथ अंधविश्वास को भी जन्म दिया है। Wildlife SOS, सांपों को बचाने का काम और लोगों में जागरूकता फैलाने का काम सक्रिय रूप से करती आई है।
World Snake Day: भारत के लोगो के लिए पूज्यनीय हैं सांप
सांप जिन्हें सर्प भी कहा जाता है, भारत में देव के समान माने जाते हैं। उनकी पूजा की जाती है। लेकिन सांप के बारे में भारत सहित दुनिया में बहुत गलतफहमियां हैं। ये बहुत अहम जीव होते हैं और पर्यावरण के लिए बहुत अधिक अहमियत रखते हैं। लेकिन लोगों में इसको लेकर डर ज्यादा है और इसी जीव को लेकर बहुत सारी दंत कथाएं भी बनी हैं।
World Snake Day: नाग पंचमी के दिन लोग क्यों करते हैं पूजा?
बता दें कि सांप उन प्राणियों में से एक है जिसके बारे में सबसे ज्यादा गलतफहमियां हैं। हालांकि,भारत में सांप का एक प्रजाती है जिसे ‘नाग’ कहा जाता है। उसे देव समान माना जाता है और नाग पंचमी के दिन उनकी पूजा की जाती है। लेकिन फिर भी भारत में सांपों को लेकर कई मान्यताए हैं। सांप पर्यावरण के लिए बहुत ही अहम जीव होते है। लेकिन लोग इससे इतने डरे होते हैं कि जहां भी देखते हैं हमला कर देते हैं।
सांप की कितनी प्रजातियां होती है जहरीली?
बता दें कि भारत में सांपों की लगभग 270 प्रजातियां पायी जाती हैं। जिनमें से लगभग 50 ही ऐसी प्रजातियां हैं जो जहरीली है। इनमें से सिर्फ 15 ऐसी प्रजातियां हैं जिनके काटने से इंसान की जान जा सकती है। स्पेक्टेकल्ड कोबरा (नाग), कॉमन क्रेट, रसल वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर को “बिग 4′ विषैली सांप प्रजाति के रूप में माना जाता है। जो भारत में अधिकांश सांप के काटने से होने वाली मृत्यु और चोट के मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
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