World Ozone Day 2022: आजकल वाहनों और तकनीकों के बढ़ने से प्रदूषण कितना बढ़ गया है, ये हर कोई जानता है। एयर पॉल्यूशन दुनियाभर में खासकर बड़े शहरों में इस कदर बढ़ गया है कि लोगों को सांस तक लेने में दिक्कत होती है। प्रदूषण के कारण बच्चे और बड़े सभी के स्वास्थ बुरी तरह प्रभावित हो रही है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रदूषण को लेकर आने वाले समय में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया तो प्रदूषण के प्रभाव और भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।
पृथ्वी में मौजूद ओजोन परत को लगातार खतरा हो रहा है। ओजोन लेयर ही हमारी पृथ्वी को सूरज की हानिकारण किरणों से बचाती है। इसके डैमेज होने से लोगों की जिंदगी पर लगातार खतरा बढ़ने लगा है। ‘वर्ल्ड ओजोन डे’ के खास मौके पर बताएंगे कि ओजोन प्रदूषण क्या है और यह कैसे हमारे हेल्थ को प्रभावित करता है।
World Ozone Day 2022: क्या है ओजोन लेयर?
ओजोन वायुमंडल में मौजूद एक गैस है। जिसका रंग हल्का नीला होता है। ओजोन लेयर पृथ्वी से लगभग 50 किलोमीटर स्ट्रेटोस्फीयर में पाई जाती है। ओजोन लेयर को ओजोन शील्ड भी कहा जाता है क्योंकि ये सूरज से निकलने वाली हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन को अपने भीतर अब्सॉर्ब करके यूवी किरणों को धरती पर पहुंचने से बचाती है। ये किरणें कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों की वजह बन सकती हैं।
World Ozone Day 2022: क्या है ओजोन प्रदूषण?
ओजोन लेयर को डैमेज करने वाले पॉल्यूशन को ओजोन पॉल्यूशन कहा जाता है। ओजोन प्रदूषण आज एक बड़ा संकट बनते जा रहा है। जिससे अधिकतर सांस से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। डिफॉरेस्टेशन, वॉटर पॉल्यूशन के साथ रेफ्रिजरेटर और एसी जैसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल कहीं न कहीं मुख्य कारण है।
World Ozone Day 2022: ओजोन पॉल्यूशन और हेल्थ का क्या है कनेक्शन
सीडीसी के मुताबिक ओजोन लेयर और हेल्थ का सीधा कनेक्शन है। सूरज से आने वाली अल्ट्रावॉयलेट किरणें कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती हैं। ओजोन लेयर इन किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है और हमारा बीमारियों से बचाव करती है। ओजोन लेयर प्रदूषण की वजह से टूट रही है। ओजोन पॉल्यूशन की वजह से सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, खांसी और दर्द, फेफड़ों का कमजोर होना, जलन महसूस होना, शरीर में कमजोरी, फिजिकल एक्टिविटी करने में दिक्कत, सांस लेने में परेशानी जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं।
World Ozone Day 2022: ओजोन प्रदूषण का सबसे ज्यादा खतरा इन लोगों को है:
ओजोन प्रदूषण हर किसी को प्रभावित करता है लेकिन इसका सबसे ज्यादा खतरा अस्थमा और फेफड़ों के मरीजों को होता है। इसके अलावा बुजुर्गों, छोटे बच्चों और ज्यादा वक्त घर से बाहर बिताने वाले लोगों को इसका सबसे ज्यादा खतरा होता है।
ऐसे में अपने परिवार का बचाव किस तरह से रखें, जानें यहां…
- घर से बाहर बिना किसी काम के न निकलें।
- घर से बाहर जाते समय मास्क जरूर लगाएं।
- शरीर का इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खासतौर पर अपने डाइट का खास ख्याल रखें।
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