The Kerala Story:‘द केरल स्टोरी’5 मई को सिनेमा घरों में आनेवाली एक फिल्म है, जिसका ट्रेलर पिछले दिनों 26 अप्रैल को रिलीज हुआ था। वहीं, इसका टीजर पिछले साल नवंबर में आया था। इस फिल्म के आने से पहले ही इसको लेकर विवाद बढ़ गया है। ट्रेलर को देख कई लोग इस फिल्म के सपोर्ट में दिखे तो कई लोग इसके खिलाफ। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस फिल्म में उन लड़कियों की कहानी दिखाने का दावा किया गया है जो पहले हिन्दू और ईसाई समेत अन्य धर्मों से थीं और फिर इस्लाम कबूल कर आतंकी संगठन आईएसआईएस(ISIS) में शामिल हो गईं।
इस फिल्म में दावा किया गया है कि केरल की ऐसी करीब 32 हजार लड़कियां व महिलाएं रहीं जिन्होंने पहले इस्लाम धर्म कबूल किया और फिर उन्हें सीरिया ले जाकर ISIS में शामिल करवाया गया। वहीं, इस फिल्म को लेकर केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने आपत्ति जताई है।
The Kerala Story:केरल के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश- सीएम विजयन
‘द केरल स्टोरी’ को लेकर केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने अपनी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा,”सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से और केरल के खिलाफ नफरत फैलाने के उद्देश्य से जानबूझकर बनाई गई हिंदी फिल्म The Kerala Story का ट्रेलर पिछले दिनों जारी किया गया था। ट्रेलर से संकेत मिलता है कि यह फिल्म धर्मनिरपेक्षता की भूमि केरल में धार्मिक अतिवाद के केंद्र के रूप में स्थापित संघ परिवार के प्रचार को फैलाने की कोशिश कर रही है।”
उन्होंने आगे कहा,”केरल में चुनावी राजनीति में लाभ पाने के लिए संघ परिवार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों की पृष्ठभूमि में प्रचार फिल्मों और उनके मुस्लिम अलगाव को देखना आवश्यक है। यह “लव जिहाद” के आरोप लगाने के लिए एक व्यवस्थित कदम का हिस्सा है, जिसे जांच एजेंसियों,अदालतों और यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खारिज कर दिया था। जी किशन रेड्डी, तत्कालीन गृह राज्य मंत्री, जो आज भी कैबिनेट में मंत्री हैं, ने संसद में जवाब दिया था कि “लव जिहाद” जैसी कोई चीज नहीं है।”
सीएम विजयन ने कहा,”यह देखते हुए कि अन्य जगहों की तरह केरल में परिवार की राजनीति काम नहीं करती है,वे नकली कहानियों और फिल्मों के माध्यम से विभाजन की राजनीति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। संघ परिवार बिना किसी तथ्य और सबूत के इस तरह के मिथक फैला रहा है।केरल में 32,000 महिलाओं ने इस्लाम कबूल कर लिया और इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गईं, यह बड़ा झूठ हमने फिल्म के ट्रेलर में देखा। यह फर्जी कहानी संघ परिवार की झूठ की फैक्ट्री का उत्पाद है।”
ट्रेलर में दिखी शालिनी की फातिमा बनने की कहानी
‘द केरल स्टोरी’ का ट्रेलर 26 अप्रैल को रिलीज हुआ था। इस फिल्म के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन हैं। ट्रेलर में अभिनेत्री अदा शर्मा मुख्य किरदार में हैं। फिल्म में अदा ने शालिनी उन्नीकृष्णन का रोल किया है। फिल्म में शालिनी केरल के एक हिन्दू परिवार की लड़की होती है, जिसका धर्म परिवर्तन कराकर शालिनी से फातिमा बना दिया जाता है। फिल्म के टीजर में बुर्का पहने फातिमा कहती है कि वो पहले एक हिंदू थी जिसका नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था और वह नर्स बनना चाहती थी। लेकिन अब उसे फातिमा नाम से जाना जाता है। फातिमा बताती हैं,”अब वो अफगानिस्तान की जेल में बंद एक ISIS आतंकवादी है। उसके जैसी 32 हजार लड़कियां और हैं जिन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर सीरिया और यमन भेज दिया गया।” वो आगे बताती हैं,”केरल में खुलेआम नार्मल लड़कियों को खतरनाक टेररिस्ट बनाने का एक खौफनाक खेल चल रहा है।”
क्या है 32 हजार लड़कियों का दावा?
‘द केरल स्टोरी’ के डायरेक्टर सुदीप्टो सेन का एक साक्षात्कार यूट्यूब पर है। उनसे जब पूछा गया कि उन्हें 32 हजार लड़कियों के धर्म परिवर्तन का आंकड़ा कहां से मिला तो उन्होंने इस पर अपना जवाब दिया। सेन ने कहा,”साल 2010 में केरल के तत्कालीन सीएम ओमन चांडी ने विधानसभा के सामने एक रिपोर्ट रखी थी। उन्होंने कहा था कि हर साल लगभग 2,800 से 3,200 लड़कियां इस्लाम धर्म अपना रही हैं। बस इससे अगले 10 सालों का हिसाब लगा लें। ये संख्या 30 से 32 हजार होती है।” वहीं, सुदीप्तो सेन ने एक फैक्ट चेकर वेबसाइट से भी बात करते हुए 32 हजार लड़कियों के आंकड़े को लेकर यही दावा किया था। उन्होंने कहा था कि ये आंकड़े उनके नहीं बल्कि ओमन चांडी के हैं।
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