‘कांटा लगा’ फेम एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला का 27 जून को अचानक निधन हो गया, जिससे फिल्म और टीवी इंडस्ट्री सदमे में है। उनकी मौत के कुछ ही घंटों बाद पति पराग त्यागी को अपने पालतू डॉग सिम्बा को टहलाते हुए देखा गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इस पर यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई, कई लोगों ने पराग को ट्रोल भी किया। अब अभिनेता पारस छाबड़ा ने इस पूरे मामले पर अपनी बात रखी है।
सिम्बा को मानते थे परिवार का हिस्सा
आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में पारस छाबड़ा ने बताया कि शेफाली, पराग और उनका डॉग सिम्बा एक साथ रहते थे और उनके बीच बेहद गहरा रिश्ता था। उन्होंने कहा कि सिम्बा केवल एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य था। अब शेफाली के जाने के बाद उस घर में खालीपन और भावनात्मक टूटन है, जिसे सिर्फ वे ही महसूस कर सकते हैं जो उन्हें करीब से जानते हैं।
“पराग की मानसिक स्थिति को समझिए”
पारस ने कहा, “लोगों को पराग की मन:स्थिति को समझने की कोशिश करनी चाहिए। वो सिम्बा को खुद से दूर नहीं रखना चाहते, क्योंकि ऐसे समय में भावनात्मक सहारा बहुत मायने रखता है। सिम्बा भी उनके लिए किसी बेटे जैसा है, और अब जब शेफाली नहीं हैं, पराग के लिए उसकी देखभाल और भी जरूरी हो गई है।”
“सिम्बा भी है दुखी और प्रभावित”
पारस ने आगे बताया कि सिम्बा की उम्र अब ज़्यादा हो गई है और वह ठीक से देख नहीं सकता। लेकिन कुत्ते बहुत भावनात्मक होते हैं और माहौल की नमी महसूस कर लेते हैं। शेफाली की गैरमौजूदगी को सिम्बा भी महसूस कर रहा है और वो भी इस दुख में गहरे प्रभावित हुआ है।
मीडिया कवरेज पर नाराज़ हुए पारस
शेफाली की मौत के कुछ घंटे बाद ही वायरल हुए पराग और सिम्बा के वीडियो को लेकर पारस छाबड़ा ने मीडिया के रवैये पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह की कवरेज न केवल असंवेदनशील है, बल्कि निजी दुख में भी ताकझांक की कोशिश है।
रश्मि देसाई ने की थी ट्रोलर्स से संवेदना दिखाने की अपील
इस पूरे मामले में एक्ट्रेस रश्मि देसाई भी सामने आईं और उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “हमें दूसरों के दर्द को समझने की जरूरत है। सिम्बा सिर्फ एक डॉग नहीं, शेफाली का बेटा था। एक पल में एक पूरी दुनिया बदल गई है, कृपया उनके दुख का सम्मान करें।” यह घटना सिर्फ एक व्यक्तिगत क्षति नहीं, बल्कि यह भी याद दिलाती है कि सार्वजनिक शोक के समय भी संवेदना और समझदारी कितनी जरूरी है।