अमेरिकन अकादमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस (AMPAS) पुरस्कार जिसे ऑस्कर के नाम से भी जाना जाता है। यह विश्व के सबसे प्रमुख पुरस्कार समारोहों में से एक है। दुनिया भर की बेहतरीन फिल्में यहां अलग-अलग कैटेगरी के लिए चुनी जाती है।
इस साल लॉस एंजिलिस में आयोजित 89वें अकादमी अवार्ड्स में भारत की ओर से तमिल भाषी फिल्म विसारनई ऑस्कर जाएगी। विसारनई तमिल की थ्रिलर फिल्म है और ऑस्कर 2017 के लिए फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कैटेगरी में प्रदर्शित होगी। फिल्म का निर्देशन और कहानी का लेखन वेत्रिमारन ने किया है। और फिल्म के निर्माता और कोई नहीं बल्कि रांझना फिल्म के हीरो और रजनीकांत के दामाद धनुष है।
फिल्म पहले ही बहुत से अवार्ड अपने नाम कर चुकी है। विसारानई अब तक तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है, जिसमें बेस्ट तमिल फिल्म सम्मान भी शामिल है। इससे पहले इस फिल्म को 72वें वेनिस फिल्म फेस्टिवल के कॉम्पटिशन सेक्शन के लिए भी चुना गया था, जहां फिल्म ने एमनेस्टी इंटरनेशनल इटलिया अवार्ड जीता।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव सुपर्ण सेन ने कहा, ‘विसारनाई’ दौड़ में शामिल 29 फिल्मों में से चुनी गई है। फिल्म की कहानी कोयम्बटूर के ऑटो ड्राईवर एम चंद्रकुमार के उपन्यास ‘लॉक अप’ पर आधारित है। उनके इस उपन्यास को साल 2006 में बेस्ट डाक्यूमेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स का अवॉर्ड भी मिला था। फिल्म में दिनेश रवि, आनंदी और आदुकलाम मुरूगदोस ने लीड रोल में हैं। ‘विसारनई’ पुलिस की बर्बरता, भ्रष्टाचार और अन्याय को दिखाती है। फिल्म में कैदी उस गुनाह की सजा काटते हैं, जो असल में उन्होंने किया ही नहीं है। विसारनई की कहानी एम चंद्रकुमार की असली कहानी है। उनके जेल के दिनों का वर्णन है जो दिन उन्होंने जेल में बिना किसी जुर्म के काटे थे।
वैसे पिछले दो सालों से कोई भी हिंदी फिल्म ऑस्कर तक नहीं जा पाई है, इससे भारतीय हिंदी सिनेमा के गिरते स्तर का पता चलता है, या कहे की अब ऑस्कर तक जाने लायक फिल्में बनना बंद हो गई हैं। बस उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में हिंदी फिल्में भी ऑस्कर के लिए नोमिनेट हो।
By- Usha