बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार यानि अक्षय कुमार को उनकी फिल्म रुस्तम के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए चुना गया है और उनको यह अवार्ड राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के द्वारा दिया जाएगा। इस खुशी के मौके पर अभिनेता फेसबुक पर लाइव चैट के जरिए अपने फैंस से जुड़े और उन्हें यह सूचना देते हुए अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने अपनी इस वीडियो को #DirectDilSe के तहत शेयर किया।
अक्षय कुमार ने पांच मिनट की लाइव चैट के जरिए कई महत्वपूर्ण, प्रेरणादायक संदेश दिए। चंद लम्हों में ही अक्षय कुमार ने ज़िदंगी के असली मायने समझा दिए साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि एक समय में उनके भी परीक्षा में कम अंक आए थे। जिसकी वजह से वह काफी डर गए थे। मगर उनके पिताजी ने उनको डांटने की बजाए उन्हें समझाया, उनके मन की बात को जानना चाहा कि अक्षय कुमार की वास्तव में दिलचस्पी कहां हैं? अक्षय कुमार ने जवाब दिया कि वह खिलाड़ी बनना चाहते हैं, वह समय उनकी ज़िदंगी का एक टर्निंग प्वाइंट था। खेल के साथ साथ मॉडलिंग और फिर एक्टिंग की दुनिया में अक्षय कुमार ने अपने पांव जमा लिए।
दरअसल, यह सब बताने के पीछे एक संदेश और एक महत्वपूर्ण घटना जुड़ी है, कुछ दिन पहले जब उन्होंने पढ़ा कि आईआईटी के एक विद्यार्थी ने परीक्षा में कम अंक आने से आत्महत्या करली तो उन्हें धक्का लगा। अपने इस वीडियो के जरिए अक्षय समझाना चाह रहे थे कि आपके परीक्षा के अंक आपकी ज़िदंगी से ज्यादा मूल्यवान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे भारत में कितने युवा है जो फेल होने से या रिश्ते टूटने से आत्महत्या कर लेते हैं।
अक्षय ने कहा कि मरना है तो सरहद पर जाकर देश के लिए अपनी जान को कुर्बान करो। उन्होंने आगे कहा कि जैसे हर ताले की चाबी होती है वैसे ही हर समस्या का हल होता है। आपकी जान की कीमत इतनी सस्ती नहीं है, खुदकुशी करने वालों से अक्षय ने अपील की कि खुद की जान लेने से पहले एक बार मां-बाप के बारे में सोचकर देखिए।
अगर आप डिप्रेशन में हैं, कोई परेशानी है तो डॉक्टर से कंसल्ट कीजिए। बातचीत से मसले सुलझ जाते हैं। उन्होंने बड़ो को अपने बच्चों को समझने और समय देने के लिए कहा।