विश्व मानवाधिकार दिवस (International Human Rights Day) हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है। पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का एक मौलिक अधिकार है जिसके बारे में उन्हें अवश्य पता होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र, किसी भी सदस्य देश में लोगों को उनके मूल अधिकारों के बारे में अवगत करने में एक बड़ी भूमिका निभाता है।
International Human Rights Day का इतिहास
1948 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों को अपनाया। UDHR एक ऐसा दस्तावेज है जो उन अधिकारों की घोषणा करता है जिसका हर एक व्यक्ति हकदार होता है, उनकी जाति, रंग, धर्म, लिंग, भाषा, राजनीतिक, राष्ट्रीय, मूल और जन्म की परवाह किए बिना। घोषणापत्र दुनिया में सबसे अधिक अनुवादित दस्तावेज है जो 500 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध है।
मानवाधिकार परिषद में संयुक्त राष्ट्र के 47 निर्वाचित सदस्य राज्य शामिल हैं, जिन्हें असमानता, दुर्व्यवहार और भेदभाव को रोकने, सबसे कमजोर लोगों की रक्षा करने और मानवाधिकारों के उल्लंघन करने वाले अपराधियों को दंडित करने का अधिकार है।
International Human Rights Day का महत्व
मानवाधिकार दिवस(Human Rights Day) मानव गरिमा को बढ़ावा देता है, जिसमें समानता, न्याय, शांति और कई अन्य चीजें शामिल हैं। मानवाधिकार दिवस हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने का एक लचीला और टिकाऊ तरीका है। केवल सभी मनुष्यों को उनके अधिकार देकर, हम निश्चित रूप से इस पृथ्वी को रहने के लिए एक बेहतर जगह बना सकते है।
International Human Rights Day का थीम
हर साल की तरह इस साल भी थीम रखा गया है। मानवाधिकार दिवस 2021 का विषय ‘All human beings are born free and equal in dignity and rights जिसका मतलब असमानताओं को कम करना और मानव अधिकारों को आगे बढ़ाना है। इस वर्ष का विषय ‘समानता’ है। समानता और गैर-भेदभाव के सिद्धांत मानवाधिकारों के केंद्र में हैं।
क्या होता है मानवाधिकार
किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और सम्मान का अधिकार ही मानव अधिकार है। मानवाधिकार लोगों के आपस में साथ-साथ रहने से संबंध रखते हैं। यह ऐसी स्वतंत्रता है जिसका ज्ञान होना सभी के ल्ए आवश्यक है।
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